School Open: हरियाणा के लाखों छात्रों के लिए राहत की खबर है. राज्य के शिक्षा विभाग ने 1 जुलाई 2025 से सभी स्कूलों को दोबारा खोलने का आदेश जारी किया है. यह आदेश राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा. यदि मौसम अनुकूल रहा, तो मंगलवार से स्कूलों में सामान्य रूप से कक्षाएं संचालित की जाएंगी और बच्चे पढ़ाई में वापस जुटेंगे.
एक महीने की छुट्टियों के बाद पढ़ाई होगी शुरू
हरियाणा सरकार ने इस साल 1 जून 2025 से 30 जून 2025 तक गर्मियों की छुट्टियों की घोषणा की थी. इस दौरान सभी स्कूल बंद रहे और छात्रों को छुट्टियों का लाभ मिला. अब 1 जुलाई से स्कूल दोबारा खुलेंगे, जिससे नियमित पढ़ाई की प्रक्रिया फिर से आरंभ हो जाएगी.
यूपी, बिहार और राजस्थान में भी छुट्टियां खत्म
केवल हरियाणा ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में भी गर्मी की छुट्टियां समाप्त हो रही हैं. इन राज्यों के स्कूल भी जुलाई के पहले सप्ताह से फिर से खुलने की तैयारी में हैं. राज्य सरकारें मौसम और स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए स्कूलों के संचालन का फैसला ले रही हैं.
स्कूल खुलने का समय रहेगा सामान्य
हरियाणा शिक्षा विभाग ने बताया है कि 1 जुलाई से स्कूल सामान्य समय पर खोले जाएंगे. यानी पूर्व निर्धारित समय-सारणी के अनुसार ही कक्षाएं लगेंगी. हालांकि, अगर मौसम में कोई बड़ा बदलाव आता है या कोई प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति बनती है, तो स्कूल प्रबंधन को समय में बदलाव का अधिकार रहेगा.
भीषण गर्मी को लेकर सतर्कता बरती जा रही है
हालांकि जून के अंत तक तापमान में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन राज्य के कुछ क्षेत्रों में गर्मी अब भी बनी हुई है. इस कारण प्रशासन और शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. अत्यधिक गर्मी के दौरान छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहेगी. जरूरत पड़ने पर समय में परिवर्तन या अंशकालिक कक्षाएं चलाई जा सकती हैं.
माता-पिता को क्या ध्यान रखना चाहिए?
छात्रों की वापसी के साथ अभिभावकों की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है. उन्हें बच्चों को पर्याप्त पानी, टोपी और हल्के कपड़े पहनाकर स्कूल भेजने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, यदि बच्चा बीमार महसूस करता है, तो उसे घर पर ही विश्राम करवाना चाहिए.
बच्चों की पढ़ाई में ना हो देरी
एक महीने की छुट्टियों के बाद अब समय है कि बच्चे फिर से पढ़ाई के मूड में लौटें. शिक्षक और स्कूल प्रशासन इस ओर प्रयास कर रहे हैं कि छात्र बिना किसी मानसिक दबाव के धीरे-धीरे पढ़ाई की रफ्तार पकड़ें. शिक्षकों को पुनरावृत्ति के साथ पढ़ाई शुरू करने की सलाह दी गई है, ताकि किसी भी छात्र को परेशानी न हो.