SBI Pashupalan Loan:गाय के लिए ₹70,000 और भैंस के लिए ₹80,000 तक का लोन

Saroj kanwar
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SBI Pashupalan Loan: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों और पशुपालकों के लिए पशुपालन लोन 2025 योजना शुरू की है। इस योजना के तहत गाय पालने के लिए अधिकतम ₹70,000 और भैंस पालने के लिए ₹80,000 तक का लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। यह पहल विशेष रूप से उन परिवारों के लिए बनाई गई है जो दुग्ध उत्पादन के जरिए अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं और आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं।

योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को प्रोत्साहन देना और किसानों की आय को स्थायी बनाना है। अभी भी बड़ी संख्या में लोग खेती और डेयरी पर निर्भर हैं लेकिन संसाधनों की कमी के कारण उन्हें सही लाभ नहीं मिल पाता। इस लोन के जरिए पशुपालक गाय-भैंस खरीद सकते हैं, चारे की व्यवस्था कर सकते हैं और पशुओं के रखरखाव पर खर्च कर सकते हैं। यह योजना न केवल आर्थिक मजबूती देती है बल्कि गांवों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करती है।

लोन की पात्रता शर्तें

एसबीआई पशुपालन लोन पाने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और वह भारतीय नागरिक होना चाहिए। उसके पास सक्रिय बैंक खाता और सही क्रेडिट हिस्ट्री होना जरूरी है। बैंक यह भी देखता है कि आवेदक पहले से खेती या डेयरी से जुड़ा है या इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की क्षमता रखता है।

आवेदन की प्रक्रिया

आवेदन प्रक्रिया आसान है और इसे ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से पूरा किया जा सकता है। ऑफलाइन आवेदन के लिए आवेदक को एसबीआई शाखा से फॉर्म लेना होगा और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। वहीं, ऑनलाइन आवेदन के लिए एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फार्म भर सकते हैं और दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं। आवेदन सत्यापन के बाद पात्र पाए जाने पर लोन स्वीकृत कर दिया जाता है।

आवश्यक दस्तावेज

लोन के लिए आवेदन करते समय आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक की कॉपी, जमीन के कागजात या किराए का समझौता आवश्यक है। यदि आवेदक किसी स्वयं सहायता समूह (SHG) या डेयरी कोऑपरेटिव से जुड़ा है तो उससे संबंधित प्रमाण भी देना होगा।

लोन राशि और ब्याज दर

इस योजना के तहत गाय के लिए अधिकतम ₹70,000 और भैंस के लिए ₹80,000 तक लोन दिया जाता है। ब्याज दर लगभग 11% से शुरू होती है, जो समय और बैंक की नीति के अनुसार बदल सकती है। कई मामलों में, यदि आवेदक सरकार की किसी मान्यता प्राप्त योजना से जुड़ा है तो उसे ब्याज सब्सिडी का लाभ भी मिल सकता है।

लोन की चुकौती व्यवस्था

एसबीआई ने लोन की चुकौती प्रक्रिया को काफी लचीला बनाया है। आमतौर पर यह लोन 3 से 5 साल की अवधि में चुकाया जा सकता है। पशुपालक अपनी आय के अनुसार मासिक या त्रैमासिक किस्तों में इसे चुका सकते हैं। समय पर लोन चुकाने से भविष्य में ज्यादा राशि का लोन लेने की संभावना भी बढ़ जाती है और क्रेडिट स्कोर भी मजबूत होता है।

सरकार की सब्सिडी का लाभ

भारत सरकार पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं के जरिए सब्सिडी देती है। यदि कोई पशुपालक एसबीआई लोन के साथ सरकारी योजना में पंजीकृत है, तो उसे लोन पर सब्सिडी मिल सकती है। इससे लोन की कुल राशि घट जाती है और किसान पर बोझ कम होता है।

योजना से होने वाले फायदे

इस लोन से किसानों और पशुपालकों को न सिर्फ आय का स्थायी स्रोत मिलता है, बल्कि दुग्ध उत्पादन और बाजार तक पहुंच आसान होती है। महिलाएं भी इस योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और बेरोजगारी कम करने में अहम भूमिका निभा रही है।

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