SBI Bank New Rule :एसबीआई खाता धारकों के लिए बड़ी मुसीबत, सरकार के तरफ से नया नियम जारी

Saroj kanwar
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SBI Bank New Rule: भारतीय स्टेट बैंक ने अपने खाताधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है जो करोड़ों ग्राहकों को प्रभावित करने वाली है। बैंक द्वारा जारी नवीनतम दिशा-निर्देशों के अनुसार, जिन खाताधारकों ने पिछले दो-तीन वर्षों से अपने खाते में कोई लेन-देन नहीं किया है या जिन्होंने अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें तत्काल ई-केवाईसी करानी होगी। यह निर्देश बैंकिंग सुरक्षा और ग्राहक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिया गया है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य वित्तीय धोखाधड़ी को रोकना और खाताधारकों के धन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

निष्क्रिय खातों की समस्या और बैंक की चिंता

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है कि लाखों खाते ऐसे हैं जिनमें धनराशि जमा है लेकिन वर्षों से कोई वित्तीय गतिविधि नहीं हुई है। इन निष्क्रिय खातों में पड़ा पैसा न केवल बैंकिंग प्रणाली के लिए चुनौती है बल्कि इनका दुरुपयोग होने का खतरा भी रहता है। बैंक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक खाता वास्तविक मालिक के नियंत्रण में हो और इसका उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए न किया जा सके। इसके अतिरिक्त, कई खाताधारकों ने अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी अपडेट नहीं कराई है जो आधुनिक बैंकिंग नियमों के अनुसार आवश्यक है।

केवाईसी प्रक्रिया का महत्व और आवश्यकता

केवाईसी यानी नो योर कस्टमर प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य ग्राहक की वास्तविक पहचान सुनिश्चित करना और वित्तीय अपराधों से बचाव करना है। यह प्रक्रिया न केवल बैंक की सुरक्षा के लिए बल्कि खाताधारकों की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज के डिजिटल युग में जब साइबर अपराध बढ़ रहे हैं, केवाईसी एक सुरक्षा कवच का काम करती है। अगर किसी व्यक्ति का खाता किसी गैर-कानूनी गतिविधि में उपयोग हो रहा है तो केवाईसी के माध्यम से इसकी पहचान आसानी से हो सकती है। बैंक के लिए भी यह प्रक्रिया आरबीआई के नियमों का पालन करने के लिए आवश्यक है।

ई-केवाईसी न कराने के गंभीर परिणाम

यदि खाताधारक निर्धारित समय सीमा में अपनी ई-केवाईसी नहीं कराते हैं तो उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। सबसे पहले, उनके खाते में सभी प्रकार के लेन-देन पर रोक लगा दी जाएगी जिससे वे न तो पैसा निकाल सकेंगे और न ही जमा कर सकेंगे। इसके बाद यदि स्थिति में सुधार नहीं होता तो बैंक खाता पूर्णतः बंद करने की कार्रवाई कर सकता है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि खाते में पड़ी धनराशि को भारतीय रिज़र्व बैंक के अधीन स्थानांतरित किया जा सकता है। एक बार आरबीआई के खाते में पैसा जाने के बाद, इसे वापस पाने की प्रक्रिया काफी जटिल और समय लेने वाली होती है।

बैंक द्वारा की जा रही सूचना प्रक्रिया

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने खाताधारकों को विभिन्न माध्यमों से सूचित कर रहा है ताकि कोई भी वैध ग्राहक इस प्रक्रिया से वंचित न रह जाए। बैंक की तरफ से प्रभावित खाताधारकों को फोन कॉल और SMS के माध्यम से व्यक्तिगत सूचना दी जा रही है। इन संदेशों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि केवाईसी कराना अनिवार्य है और इसकी अंतिम तिथि क्या है। कई शाखाओं में बैंक कर्मचारी भी ग्राहकों से व्यक्तिगत संपर्क कर रहे हैं। यह व्यापक सूचना अभियान दिखाता है कि बैंक अपने ग्राहकों की सुविधा का पूरा ध्यान रख रहा है और किसी को भी अनावश्यक परेशानी नहीं होने देना चाहता।

ई-केवाईसी की सरल प्रक्रिया

ई-केवाईसी कराना एक सीधी और सरल प्रक्रिया है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से पूरा कर सकता है। खाताधारक को अपनी नजदीकी एसबीआई शाखा में जाना होगा जहां बैंक कर्मचारी उनकी पूरी सहायता करेंगे। शाखा में जाने पर केवाईसी फॉर्म भरना होगा जिसमें व्यक्तिगत जानकारी और संपर्क विवरण अपडेट करना शामिल है। इस फॉर्म के साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की प्रति लगानी होगी। बैंक कर्मचारी दस्तावेजों की जांच करके प्रक्रिया पूरी करेंगे। पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर 15-20 मिनट का समय लगता है।

समय सीमा और तत्कालता की आवश्यकता

ई-केवाईसी की सरल प्रक्रिया

ई-केवाईसी कराना एक सीधी और सरल प्रक्रिया है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से पूरा कर सकता है। खाताधारक को अपनी नजदीकी एसबीआई शाखा में जाना होगा जहां बैंक कर्मचारी उनकी पूरी सहायता करेंगे। शाखा में जाने पर केवाईसी फॉर्म भरना होगा जिसमें व्यक्तिगत जानकारी और संपर्क विवरण अपडेट करना शामिल है। इस फॉर्म के साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की प्रति लगानी होगी। बैंक कर्मचारी दस्तावेजों की जांच करके प्रक्रिया पूरी करेंगे। पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर 15-20 मिनट का समय लगता है।

समय सीमा और तत्कालता की आवश्यकता

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ई-केवाईसी पूरी करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त निर्धारित की है। यह समय सीमा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बाद सभी नियम सख्ती से लागू किए जाएंगे। खाताधारकों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम मिनट तक प्रतीक्षा न करें बल्कि जल्द से जल्द अपनी शाखा में जाकर केवाईसी पूरी करवाएं। अंतिम दिनों में शाखाओं में भीड़ हो सकती है जिससे प्रक्रिया में देरी हो सकती है। इसलिए समझदारी इसी में है कि जल्दी कार्रवाई की जाए। यदि कोई व्यक्ति किसी कारण से इस तिथि से चूक जाता है तो उसे बाद में अधिक जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है।

ग्राहक सेवा और सहायता की उपलब्धता

बैंक ने इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के लिए अपनी ग्राहक सेवा को भी मजबूत किया है। सभी शाखाओं में विशेष काउंटर स्थापित किए गए हैं जहां केवाईसी संबंधी कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जा रहे हैं। बैंक कर्मचारियों को भी इस प्रक्रिया के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे ग्राहकों की बेहतर सहायता कर सकें। यदि किसी ग्राहक के पास सभी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं तो बैंक उन्हें वैकल्पिक समाधान भी सुझाता है। कस्टमर केयर हेल्पलाइन भी इस दौरान अतिरिक्त सहायता प्रदान कर रही है जहां से ग्राहक अपनी किसी भी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

Disclaimer

इस लेख में प्रस्तुत जानकारी विभिन्न मीडिया स्रोतों और बैंकिंग अधिसूचनाओं पर आधारित है। केवाईसी नियम और प्रक्रियाएं समय-समय पर बदल सकती हैं। सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए कृपया अपनी नजदीकी SBI शाखा या आधिकारिक बैंक वेबसाइट से संपर्क करें। यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए तैयार किया गया है।

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