अगर आप भैंस पालने की सोच रहे हैं और पशुपालक है हर किसी को दुधारू गाय की भैंस की तलाश रहती है। वही अगर जो पशु जो खेती किसानों में उनके काम आये। यानी कि हल चलाने, भार उठाने में काम आए तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है। इससे अच्छा और क्या हो सकता है ,तो बता दे की आज आपकी ऐसी भैंस की बात कर रहे है जो बढ़िया दूध देती है साथ ही आपके काम में भी काम आएगी यानी की बोझ ढोने , खेतों में हल चलाने के लिए दरअसल हम जाफराबादी नस्ल के भैंस की बात कर रहे हैं। जो गुजरात के जामनगर के साथ-साथ कच्छ जिलों में देखने को मिलती है ।
चलिए सबसे पहले जानते हैं इस भैंस के बारे में।
जाफराबादी नस्ल की एक भैंस खास होती है 30 से 35 लीटर तक दूध दे सकती है और एक भैंस तकरीबन 1200 से 1500 लीटर तक के दूध देती है जिससे पशुपालक अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इस भैंस के भार की बात कर तो 800 से 1000 किलोग्राम तक रहती है। यह भैंस मुख्य के रूप से गुजरात सौराष्ट्र क्षेत्र की है जो गिर जंगलों में देखने को मिलेगी। यही वजह है कि जाफराबादी भैंस को कुछ लोग गिर भैंस भी कहते हैं। इस भैंस की शारीरिक बनावट की बात करें तो इसका सर और गर्दन बड़े रहते हैं इसके सींग गर्दन की तरफ झुके हुए देखने को मिलेगी ।। माथा उभरा हुआ रहेगा। इसके रंग की बात करें तो ज्यादातर यह काली रंग में ही देखने को मिलेगी। इसलिए इसे बाहुबली भी कहते हैं क्योंकि यह बोझ ढोनेके साथ-साथ खेत से उतनी ही काम आएगी। और दूध भी देगी।
यानि की एक साथ दो काम हो रहे हैं। लेकिन इतना ही नहीं इस भैंस के दूध के सेवन से इंसान बलशाली होता है क्योंकि दूध में 8% वसा होती है चलिए यहां जानते हैं इस भैंस के खाने पिने के बारे में।
जाफराबादी भैंस को क्या खिलाये
किसी भी पशु को पालने के लिए पहले उसको खाने पीने के बारे में हमें पूरी जानकारी लेनी चाहिए। तभी उसमें दूध के साथ काम काम भी लिया जा सकता है अगर पशु को उनके के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है तो वह धीरे-धीरे कमजोर हो जाते हैं जिसमें जफराबाद नस्ल की भैंस के आहार की बात करें तो इसे जो चारा-घास आप देते हैं, उस चारे में यह ध्यान रखें कि विटामिन ए, प्रोटीन, कैल्शियम, ऊर्जा, फास्फोरस आदि चीज हो ताकि पशु कमजोर ना हो। ताकि वह कमजोर ना हो इसके अलावा अगर फलीदार चेहरे के साथ थोड़ी गया उसके जगह एक दूसरे चेयर मिल सकते हैं ताकि कर अच्छे से बच जाए वही अगर आप चाहते हैं कि आपकी भैंस ज्यादा दूध दे तो उसके अनाज भी खिला सकते हैं। अनाज में आप बाजरा ,मक्का ,गेहूं आदि चीज दे सकते हैं। वही तिलहन में खली ,,में सरसों की खली भी खिला सकते हैं। इसके अलावा अन्य तिलहन फसल जो आपके यहां होती है उसको खिला सकते हैं। इस तरह दूध की मात्रा और ज्यादा बढ़ाई जा सकती है।