प्रधानमंत्री गरीबअन्नमूलन योजना के तहत अब लाभार्थियों को सर्फ गेहूं ,चावलों और र चना जैसे बुनियादी खाद्य पदार्थ ही नहीं, बल्कि 10 और जरूरी वस्तुएं भी मुफ्त में दी जाएंगी। सरकार ने इस योजना को व्यापक बनाते हुए सरसों का तेल ,मसाले और आटे जैसी चीजों को शामिल किया। इस फैसले से करोड़ों लोगों की रसोई का खर्च कम होगा और उनके जीवन गुणवत्ता में बेहतर होगी।
राशन कार्ड योजना में क्या हैं नए बदलाव?
सरकार ने राशन कार्ड योजना के तहत पहले गेहूं ,चावल ,चना ,चीनी और दालों को मुफ्त देने का प्रावधान किया था। अब इसमें 10 नई चीजे जोड़ी गई है।जिनमें सरसों का तेल, सोयाबीन, आटा और मसाले भी शामिल हैं। इन खाद्य पदार्थों को शामिल करने का उद्देश्य सिर्फ भूख मिटाना नहीं बल्कि लोगों को खान-पान के पोषण का स्तर बढ़ता है। सरकार ने सभी कोटेदारों को निर्देश दिया कि वह समयपर वस्तुओं कीवस्तु की आपूर्ति सुनिश्चित करें। इस योजना की शुरुआत लॉकडाउन के दौरान की गई थी जब बड़ी संख्या में लोग अपनी दैनिक भोजन की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रहे थे।
देश में 80 करोड़ से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं
वर्तमान में देश में 80 करोड़ से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि अभी पाया गया कि कुछ लोग जो वास्तव में इसके पात्र नहीं है योजना का अनुच्छेद अनुचित लाभ उठा रहे हैं। सरकार ने योजना के अगले 5 वर्ष तक बढ़ाने का निर्णय लिया था ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद परिवारों को राहत मिल सके। सरकार ने ‘वन नेशन, वन राशन कार्ड’ योजना के तहत राशन पोर्टल बढ़ा दिया इसका मतलब यदि कोई व्यक्ति दूसरे किसी दूसरे राज्य में है तो वे अपने राशन कार्ड के जरिए वहां इस योजना का लाभ उठा सकता है।
अब सरकार राशन की दुकानों को जन सुविधा केंद्र की दर्ज पर विकसित करने की योजना बना रही है। हम इन दुकानों पर राशन के साथ-साथ आधार कार्ड में सुधार ,जाति प्रमाण पत्र ,निवास प्रमाण पत्र आदि सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। फिलहाल इस योजना को उत्तर प्रदेश की कुछ जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है।सफलतापूर्वक क्रियान्वित होने के बाद इसे देशभर में लागू किया जाएगा।