Ration Card New Rules :राशन कार्ड धारकों 13 अक्टूबर से राशन कार्ड पर मिलेंगे 5 नए लाभ, नया नियम लागू!

Saroj kanwar
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Ration Card New Rules: देश भर में करोड़ों परिवार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से रियायती दरों पर खाद्यान्न प्राप्त करते हैं। राशन कार्ड इस प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को सस्ता अनाज उपलब्ध कराने में मदद करता है। अब सरकार ने इस पूरी व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने के लिए कई नए नियम लागू करने की तैयारी कर ली है। ये बदलाव धीरे-धीरे पूरे देश में लागू किए जाएंगे ताकि सभी राज्यों को इसे अपनाने का पर्याप्त समय मिल सके। नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य डिजिटलीकरण, पारदर्शिता और लाभार्थियों की सुविधा को बढ़ाना है।

ई-केवाईसी अब हो गई अनिवार्य

सरकार ने स्पष्ट घोषणा की है कि अब सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य हो गया है। जिन परिवारों ने अभी तक अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी नहीं करवाई है उनकी राशन की आपूर्ति रोकी जा सकती है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी योजना का लाभ केवल वास्तविक और पात्र परिवारों को ही मिले। ई-केवाईसी की प्रक्रिया बहुत सरल है और इसे कुछ ही मिनटों में पूरा किया जा सकता है। लाभार्थी अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र या सीएससी सेंटर पर जाकर यह कार्य करवा सकते हैं। इसके अलावा अधिकांश राज्यों ने अपने खाद्य विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन ई-केवाईसी की सुविधा भी उपलब्ध करा दी है जहां आधार नंबर और ओटीपी के माध्यम से सत्यापन किया जा सकता है।

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का विस्तार

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी वन नेशन वन राशन कार्ड योजना को अब और मजबूत किया जा रहा है। इस योजना के तहत देश का कोई भी नागरिक अपने राशन कार्ड से किसी भी राज्य की किसी भी उचित मूल्य की दुकान से राशन प्राप्त कर सकता है। यह सुविधा विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों और उन लोगों के लिए वरदान है जो रोजगार या अन्य कारणों से एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते रहते हैं। उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति उत्तर प्रदेश से मुंबई काम करने गया है तो वह मुंबई में भी अपने उत्तर प्रदेश के राशन कार्ड से राशन ले सकता है। इस व्यवस्था से लोगों को दोहरे खर्च से बचत होगी और किसी भी स्थान पर उन्हें खाद्य सुरक्षा मिलेगी। अब तक देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है।

डिजिटल राशन कार्ड की नई पहल

सरकार ने राशन कार्ड को डिजिटल रूप में जारी करने का निर्णय लिया है। इसका मतलब यह है कि अब लोगों को भौतिक कार्ड ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने मोबाइल फोन में डिजिटल राशन कार्ड रख सकेंगे और उसी से राशन ले सकेंगे। डिजिटल कार्ड के माध्यम से लाभार्थी अपने कार्ड की स्थिति, हर महीने कितना राशन लिया गया, कितना बाकी है और अन्य सभी लेनदेन की जानकारी घर बैठे अपने मोबाइल पर देख सकेंगे। यह व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी होगी और इससे फर्जी राशन कार्डों पर भी रोक लगेगी। खाद्य विभाग के अधिकारियों को भी वितरण पर नजर रखने में आसानी होगी। डिजिटल प्रणाली से यह भी पता चल सकेगा कि कौन से परिवार नियमित रूप से राशन ले रहे हैं और कौन से नहीं।

पात्रता के नए मानदंड

नई व्यवस्था में सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि राशन कार्ड का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। जिन परिवारों की वार्षिक आय सरकार द्वारा तय सीमा के भीतर है केवल वे ही इस योजना के पात्र होंगे। इसके अलावा अब यह भी अनिवार्य कर दिया गया है कि लाभार्थी परिवार का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। जो परिवार इन शर्तों को पूरा नहीं करते उनके राशन कार्ड रद्द किए जा सकते हैं। कुछ राज्य सरकारों ने यह भी घोषणा की है कि पात्र परिवारों को प्रति माह मिलने वाले अनाज की मात्रा में वृद्धि की जाएगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष पोषण सामग्री की व्यवस्था भी की जाएगी।

ऑनलाइन सुधार की सुविधा

अब राशन कार्ड में किसी भी प्रकार की त्रुटि या बदलाव करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। लगभग सभी राज्यों ने अपनी खाद्य विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन सुधार की सुविधा उपलब्ध करा दी है। लाभार्थी अपने घर बैठे ही नाम में सुधार, पते में बदलाव, नए सदस्य को जोड़ना या किसी मृत सदस्य का नाम हटाना जैसे कार्य ऑनलाइन कर सकते हैं। इसके लिए वेबसाइट पर जाकर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। आवेदन की स्थिति भी ऑनलाइन ट्रैक की जा सकती है। यह सुविधा समय की बचत करती है और प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाती है। हालांकि जिन लोगों को ऑनलाइन प्रक्रिया में कठिनाई होती है वे अब भी जन सेवा केंद्र या खाद्य विभाग के कार्यालय में जाकर यह काम करवा सकते हैं।

बायोमेट्रिक प्रणाली से वितरण

नई व्यवस्था के तहत सभी राज्यों को अपने उचित मूल्य की दुकानों पर डिजिटल और बायोमेट्रिक मशीनें लगानी होंगी। अब राशन लेते समय लाभार्थी को अपना अंगूठा या फिंगरप्रिंट देना होगा जिससे उसकी पहचान सत्यापित होगी। यह प्रणाली यह सुनिश्चित करेगी कि सही व्यक्ति को ही राशन मिले और किसी अन्य के नाम पर कोई राशन न ले जा सके। इससे फर्जी वितरण पर पूरी तरह रोक लगेगी। हर लेनदेन का रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेगा। सरकार के अधिकारी किसी भी समय इस डेटा की जांच कर सकेंगे। यह पूरी प्रणाली पारदर्शी होगी और भ्रष्टाचार की संभावना लगभग समाप्त हो जाएगी।

अभी क्या करना चाहिए

यदि आप भी राशन कार्ड धारक हैं तो आपको तुरंत कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। सबसे पहले अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी जरूर करवा लें अगर अभी तक नहीं हुई है। अपने बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक करवा लें। अपने राशन कार्ड की सभी जानकारी एक बार जांच लें कि सभी सदस्यों के नाम सही हैं या नहीं और पता सही है या नहीं। यदि कोई गलती है तो तुरंत उसे ऑनलाइन या ऑफलाइन सुधरवा लें। अपने राज्य के खाद्य विभाग की वेबसाइट पर जाकर नए अपडेट की जानकारी लेते रहें। इन सभी कार्यों को समय पर पूरा करने से आप आने वाले बदलावों में आसानी से शामिल हो सकेंगे और बिना किसी रुकावट के राशन का लाभ उठा सकेंगे।

राशन कार्ड प्रणाली में आ रहे ये बदलाव लाभार्थियों के हित में हैं। डिजिटलीकरण और पारदर्शिता से न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी बल्कि पात्र परिवारों को बेहतर सेवा मिलेगी। सभी कार्डधारकों को चाहिए कि वे समय रहते आवश्यक कार्रवाई करें और नए नियमों का पालन करें।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से तैयार किया गया है। राशन कार्ड से संबंधित नियम और प्रक्रिया विभिन्न राज्यों में अलग-अलग हो सकती है। नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए कृपया अपने राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट देखें या नजदीकी राशन दुकान से संपर्क करें। सरकारी नीतियां समय-समय पर बदल सकती हैं। किसी भी कार्रवाई से पहले आधिकारिक सूचना की पुष्टि अवश्य करें। यह लेख किसी आधिकारिक सरकारी दस्तावेज का स्थान नहीं लेता।

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