Rajasthan Weather Update: राजस्थान में जब से मानसून सक्रिय हुआ है. तब से लगातार कई जिलों में ताबड़तोड़ बारिश हो रही है. कई जगहों पर झमाझम बारिश के चलते जलभराव की स्थिति हो गई है. भारी बारिश के चलते सड़कें और मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं.
राजस्थान में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी
राजस्थान में मानसून ने प्रवेश करते ही जोर पकड़ लिया है। राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। सड़कें जलमग्न, निचले इलाके पानी से लबालब, और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर इलाके मानसून की चपेट में आ चुके हैं।
आज 11 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, गुरुवार 26 जून को डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी और बांसवाड़ा में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन इलाकों में मेघगर्जन और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट भी लागू है, जिससे सावधानी बेहद जरूरी हो गई है।
12 जिलों में यलो अलर्ट
इन जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है:
जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, दौसा, धौलपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, पाली, अजमेर, अलवर और भरतपुर। यहां यलो अलर्ट घोषित किया गया है और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पश्चिमी राजस्थान में भी बारिश का खतरा मंडराया
अब तक पूर्वी राजस्थान में सक्रिय मानसून अब पश्चिमी जिलों की ओर भी बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने बताया है कि चूरू, सिरोही, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, जोधपुर और जालोर जिलों में तेज मेघगर्जन और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। इन जिलों में भी बिजली गिरने और तेज हवाओं से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कई जिलों में जलभराव से बढ़ी परेशानी
लगातार हो रही तेज बारिश के कारण मोहल्लों और कॉलोनियों में पानी भर गया है। कुछ जिलों में जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं और सड़कें तालाबों में तब्दील हो चुकी हैं।
29 जून तक भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 26 से 29 जून तक राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। यानी अगले कुछ दिन और भारी पड़ सकते हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकलें और मौसम अपडेट पर नज़र बनाए रखें।
फसलों को फायदा, पर बेमौसम बारिश से भी खतरा
जहां धान और अन्य खरीफ फसलों को इस बारिश से फायदा हो सकता है, वहीं ज्यादा पानी सब्जियों और नाजुक फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे सिंचाई व्यवस्था और जलनिकासी की तैयारी रखें।
प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बचाव दलों को अलर्ट मोड में रखा है। खासकर नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। साथ ही विद्यालयों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक सेवाओं को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं।
क्या करें – क्या न करें
सरकारी अलर्ट्स और मौसम अपडेट पर लगातार नज़र रखें
बिजली चमकने के समय खुले मैदान में खड़े न रहें
जलभराव वाले इलाकों में वाहन चलाने से बचें
बच्चों को घर में ही रखें और अनावश्यक बाहर न निकलने दें