Rajasthan Weather Update :राजस्थान के इन जिलों में 2 जुलाई तक बारिश का अलर्ट, जाने मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी

Saroj kanwar
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Rajasthan Weather Update: मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के लोगों के लिए राहत भरी खबर दी है. नए अपडेट के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है. इससे बारिश की गतिविधियों में लगातार तेजी आने की उम्मीद है.

बंगाल की खाड़ी में बन रहा है कम दबाव का क्षेत्र

आईएमडी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के पश्चिम बंगाल क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बन चुका है. अगले दो दिनों में यह सिस्टम धीरे-धीरे झारखंड की ओर बढ़ सकता है. इस सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश होने के आसार हैं.

1 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बढ़ेगी बारिश

कम दबाव वाले क्षेत्र की सक्रियता के चलते 1 जुलाई से पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. इससे तापमान में गिरावट, उमस में राहत और खेती के लिए फायदेमंद स्थिति बनने की संभावना है.

2 जुलाई से पश्चिमी राजस्थान में भी होंगे बदलाव

मौसम विभाग के अनुसार, 2 जुलाई से पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बारिश की गतिविधियों में इजाफा होने की संभावना जताई गई है. इससे पहले तक पश्चिमी हिस्सों में मानसून की सक्रियता कम थी, लेकिन अब यहां भी मौसम बदलने की उम्मीद है.

चूरू में टूटा 36 साल पुराना रिकॉर्ड

राजस्थान के चूरू जिले में बीते 24 घंटों में 85.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो जून महीने की अब तक की एक दिन में सर्वाधिक वर्षा है. इससे पहले, जून 1988 में 24 तारीख को 81.9 मिमी बारिश हुई थी. यह आंकड़ा 1956 से अब तक का रिकॉर्ड है.

बीकानेर में सबसे अधिक तापमान दर्ज

जहां एक ओर प्रदेश में कई जगहों पर बारिश हो रही है, वहीं दूसरी ओर बीकानेर में तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि राज्य का सबसे अधिक तापमान रहा. इसके अलावा, प्रदेश में न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

मानसून की सक्रियता से कृषि को मिलेगी राहत

इस बार मानसून की समय से पहले दस्तक और फिर से सक्रियता कृषि क्षेत्र के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है. किसानों को लंबे समय से बारिश का इंतजार था, जो अब धीरे-धीरे पूरा होता दिख रहा है. धान, बाजरा, मूंगफली और कपास की बुआई में तेजी आने की संभावना है.

आगे क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि बंगाल की खाड़ी का कम दबाव तंत्र और मजबूत होता है तो प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश देखने को मिल सकती है. खासकर जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर जैसे संभागों में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की जा सकती है.

मानसून की सक्रियता से कृषि को मिलेगी राहत

इस बार मानसून की समय से पहले दस्तक और फिर से सक्रियता कृषि क्षेत्र के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है. किसानों को लंबे समय से बारिश का इंतजार था, जो अब धीरे-धीरे पूरा होता दिख रहा है. धान, बाजरा, मूंगफली और कपास की बुआई में तेजी आने की संभावना है.

आगे क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि बंगाल की खाड़ी का कम दबाव तंत्र और मजबूत होता है तो प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश देखने को मिल सकती है. खासकर जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर जैसे संभागों में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की जा सकती है.

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