Rajasthan Monsoon Alert: अगले 24 घंटो में राजस्थान में भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Saroj kanwar
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Rajasthan Monsoon Alert: राजस्थान में मानसून की रफ्तार तेज हो गई है. राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी है. शनिवार को दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय रहा. जबकि अब यह शेखावाटी क्षेत्र तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में पश्चिमी राजस्थान तक भी मानसून फैलने की उम्मीद है. रविवार को प्रदेश के 30 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

तीन जिलों को छोड़ सभी जगह बारिश की संभावना


मौसम विभाग, जयपुर के अनुसार रविवार को बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर को छोड़कर शेष 30 जिलों में तेज बारिश की संभावना है. शनिवार को जयपुर समेत 20 से अधिक जिलों में रुक-रुक कर बारिश हुई. जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया.

10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट


राज्य के 10 जिलों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी दी गई है. इनमें शामिल हैं. बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर. इनमें से भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. जहां अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है. इसके साथ ही इन इलाकों में 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज अंधड़ चलने का भी पूर्वानुमान है.
Rajasthan Monsoon Alert: राजस्थान में मानसून की रफ्तार तेज हो गई है. राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी है. शनिवार को दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय रहा. जबकि अब यह शेखावाटी क्षेत्र तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में पश्चिमी राजस्थान तक भी मानसून फैलने की उम्मीद है. रविवार को प्रदेश के 30 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

तीन जिलों को छोड़ सभी जगह बारिश की संभावना
मौसम विभाग, जयपुर के अनुसार रविवार को बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर को छोड़कर शेष 30 जिलों में तेज बारिश की संभावना है. शनिवार को जयपुर समेत 20 से अधिक जिलों में रुक-रुक कर बारिश हुई. जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया.

10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट


राज्य के 10 जिलों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी दी गई है. इनमें शामिल हैं. बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर. इनमें से भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. जहां अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है. इसके साथ ही इन इलाकों में 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज अंधड़ चलने का भी पूर्वानुमान है.


राज्यभर में कहां-कहां बरसे बादल


शनिवार को भीलवाड़ा में सबसे अधिक 175 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
अन्य जिलों का हाल इस प्रकार रहा:
डीडवाना-कुचामन (नवगठित जिला): 121 एमएम
राजसमंद (आमेट): 79 एमएम
जोधपुर (बालेसर): 77 एमएम
पाली (मारवाड़ जंक्शन): 68 एमएम
केकड़ी (नया जिला): 30 एमएम


इस तरह राज्य के दो दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज की गई. जिससे नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ा है और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है.


जोधपुर में बारिश बना मौत का सबब


जोधपुर जिले में शनिवार को बारिश के दौरान दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. घटना की जानकारी इस प्रकार है सूरसागर क्षेत्र निवासी हरिप्रकाश भंडारी, अपने रिश्तेदार संपत्त लाहोटी, उर्मिला लाहोटी और सूरजमाधना के साथ राधा रानी मंदिर दर्शन के लिए निकले थे. कार जब अटिया नाला पुलिया पर पहुंची तो तेज पानी के बहाव में कार बह गई. स्थानीय लोगों ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया और एक महिला को सुरक्षित निकाल लिया गया. लेकिन हरिप्रकाश भंडारी, संपत्त लाहोटी और उर्मिला लाहोटी की मौत हो गई. यह घटना मानसून के खतरे को रेखांकित करती है, और बताती है कि तेज बारिश के दौरान नदी-नालों से गुजरना कितना खतरनाक हो सकता है.


क्या मानसून पूरे राजस्थान में सक्रिय हो गया है?


राजस्थान में मानसून दक्षिण से प्रवेश करता है, और धीरे-धीरे राज्य के अन्य हिस्सों में फैलता है. वर्तमान में पूर्वी, दक्षिणी और अब शेखावाटी क्षेत्र तक मानसून पहुंच चुका है. पश्चिमी राजस्थान (जैसे बाड़मेर और जैसलमेर) तक इसे पहुंचने में 1-2 दिन का समय और लग सकता है. मौसम विभाग के अनुसार 24 से 26 जून के बीच पश्चिमी राजस्थान में भी अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है.

भविष्य में क्या रहेगा मौसम का मिजाज?


मौसम केंद्र जयपुर का अनुमान है कि अगले 3–4 दिनों तक तेज बारिश और अंधड़ का सिलसिला जारी रहेगा. खासकर उन जिलों में जहां रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहां नदी-नालों और निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. साथ ही कृषि कार्य में लगे किसानों को भी फसल और बुवाई के अनुसार रणनीति बदलने की जरूरत हो सकती है.

मॉनसून से राहत भी और सावधानी भी जरूरी


हालांकि मानसून की बारिश से गर्मी से राहत मिली है और खेतों को संजीवनी भी मिली है. लेकिन लगातार हो रही बारिश और आंधियों से जान-माल का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में प्रशासन ने आम जनता को सलाह दी है कि:
जरूरी हो तभी घर से निकलें
तेज बारिश के दौरान नदी-नालों से दूर रहें
बिना जानकारी के ग्रामीण पुलों से वाहन लेकर न गुजरें
बिजली के खंभों या खुले तारों के पास न जाएं

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