Public Holiday: सितंबर का महीना छात्रों और अभिभावकों दोनों के लिए खास होता है क्योंकि इस दौरान कई महत्वपूर्ण त्योहार और विशेष मौके आते हैं जिनके चलते स्कूल और कॉलेजों में अवकाश प्राप्त होता है। इस बार 17 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने एक और सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है। यह छुट्टी विशेष रूप से विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर दी गई है जिसे पूरे राज्य में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन छात्रों को न केवल पढ़ाई से थोड़ा विश्राम मिलता है बल्कि अभिभावक और शिक्षक भी अपने व्यक्तिगत कार्यों को निपटाने और परिवार के साथ समय बिताने का अवसर पाते हैं। शिक्षा विभाग ने इस अवसर को ध्यान में रखते हुए अवकाश तालिका में संशोधन करते हुए इस दिन को अवकाश घोषित किया है। खास बात यह है कि यह छुट्टी सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी सुविधाजनक समय लेकर आती है। ऐसे अवसर पारिवारिक एकता और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से कि इस छुट्टी का कारण क्या है, यह क्यों विशेष है और सितंबर में कुल कितने दिन स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
विश्वकर्मा पूजा पर विशेष अवकाश का महत्व
भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में विश्वकर्मा पूजा का अपना एक अलग स्थान है। 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा का जन्मोत्सव मनाया जाता है जिन्हें सृष्टि का प्रथम शिल्पकार और इंजीनियर माना जाता है। इस दिन खासकर मजदूर वर्ग, तकनीकी पेशे वाले लोग और निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिक पूजा आयोजन करते हैं। इस अवसर पर मशीनों और औजारों की साफ-सफाई कर उनका पूजन किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस सांस्कृतिक महत्त्व को समझते हुए इस दिन सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया है ताकि छात्र और उनके परिवार इस परंपरा में भाग ले सकें। बच्चों के लिए यह अवसर न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक सीख का भी माध्यम बनता है। यह अवकाश उनके लिए केवल आराम का समय नहीं है बल्कि भारतीय परंपराओं और त्यौहारों को समझने का समय भी है। विश्वकर्मा पूजा न केवल तकनीकी कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए बल्कि पूरे समाज में श्रम के सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक मानी जाती है।
उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग का संशोधित कैलेंडर
उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग हर साल अवकाश सूची जारी करता है जिसमें त्योहारों और विशेष अवसरों पर छुट्टियों का विवरण होता है। हालांकि कई बार क्षेत्रीय और सांस्कृतिक आयोजनों को देखते हुए इसमें बदलाव भी किए जाते हैं। इसी क्रम में वर्ष 2025 के अवकाश कैलेंडर में 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के कारण छुट्टी शामिल की गई है। इससे पहले जो आधिकारिक सूची जारी हुई थी, उसमें यह तिथि शामिल नहीं थी लेकिन बाद में क्षेत्रीय मांग और सांस्कृतिक महत्त्व के कारण इसे जोड़ा गया। इस निर्णय से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से विश्राम का अवसर मिलेगा बल्कि त्योहार की तैयारियों में सक्रिय भाग लेने का मौका भी प्राप्त होगा। शिक्षा विभाग की इस पहल को परिवारों ने एक सकारात्मक कदम माना है और इससे सभी को अतिरिक्त समय मिला है।
सितंबर माह में घोषित विशेष छुट्टियां
सितंबर का महीना हमेशा उत्सवों और विविध धार्मिक आयोजनों से भरा होता है। इसी कारण इस महीने कई दिन सार्वजनिक अवकाश के रूप में मिलते हैं। वर्ष 2025 में भी सितंबर में छात्रों और अभिभावकों को कई दिनों की छुट्टियां प्राप्त होंगी। 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर अवकाश मिल चुका है जिसके अगले दिन रविवार पड़ा जिससे दो दिनों की लगातार छुट्टी प्राप्त हुई। इसके बाद 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा पर अवकाश रहेगा। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर भी छुट्टियां दी जा सकती हैं जो वहां की प्रमुख क्षेत्रीय परंपराओं पर आधारित होंगी। इस तरह सितंबर महीने में छात्रों को पढ़ाई के बीच कई आराम के अवसर मिलेंगे। छुट्टियों का यह सिलसिला शिक्षा व्यवस्था में संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ परिवार और समाज के सामूहिक उत्सवों में भागीदारी की भी प्रेरणा देता है।
छात्रों और अभिभावकों को मिलने वाले लाभ
अक्सर अवकाश के दिनों को केवल आराम या मनोरंजन का समय माना जाता है, लेकिन वास्तव में इनका महत्व इससे कहीं अधिक होता है। 17 सितंबर की छुट्टी के दौरान छात्रों को पढ़ाई से अलग हटकर परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा। अभिभावकों के लिए यह दिन व्यक्तिगत कार्यों को पूरा करने और बच्चों के साथ जुड़ाव बढ़ाने का अच्छा मौका होगा। शिक्षकों के लिए भी यह दिन आगामी शिक्षण योजनाओं को व्यवस्थित करने और अपनी जिम्मेदारियों को नए दृष्टिकोण से देखने का समय बनेगा। लगातार काम या पढ़ाई के दबाव के बाद छुट्टियों का यह छोटा ब्रेक मानसिक स्वास्थ्य और उत्साह में नया जोश भरने का साधन बन जाता है। इस अवकाश से छात्रों को अपनी पढ़ाई को एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी मिलेगी। यही कारण है कि शिक्षा विभाग द्वारा घोषित की गई यह छुट्टी हर वर्ग के लिए लाभकारी है।
स्थानीय स्तर पर मिलने वाले अवकाश की जानकारी
सार्वजनिक अवकाश के साथ-साथ कई बार अलग-अलग क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर छुट्टियां भी घोषित की जाती हैं। उत्तर प्रदेश में भी यह परंपरा है कि कुछ प्रमुख क्षेत्रीय त्योहारों या धार्मिक अवसरों पर स्थानीय संस्थानों में अवकाश दिया जाता है। हालांकि ऐसी छुट्टियों का विवरण प्रत्येक स्कूल या कॉलेज अपनी अवकाश तालिका में स्पष्ट करते हैं। इसलिए छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने संस्थान की ओर से जारी की गई छुट्टियों की सूची अवश्य देखें ताकि किसी भी असमंजस से बचा जा सके। क्षेत्रीय स्तर पर घोषित छुट्टियां स्थानीय संस्कृति और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करती हैं। इस तरह राष्ट्रीय और सार्वजनिक अवकाशों के साथ-साथ स्थानीय स्तर की छुट्टियां समाज और शिक्षा जगत दोनों के लिए संतुलन का कार्य करती हैं। यह न केवल परिवारों बल्कि छात्रों के लिए भी एक सामूहिक जुड़ाव का अवसर लेकर आती हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों और उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा जारी जानकारी पर आधारित है। किसी भी अंतिम निर्णय या आधिकारिक पुष्टि के लिए संबंधित विभाग या अपने शैक्षणिक संस्थान की अधिसूचना को अवश्य देखें।