Pitru paksha 2025 : आप सभी को पता है कि जल्द ही पितृ पक्ष शुरू होने वाला है. हिंदू धर्म में इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है. पितृ पक्ष की अवधि हर वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के बाद शुरू होकर आश्विन अमावस्या तक चलती है.
इन दिनों में लोग अपने पूर्वजों और पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, श्राद्ध और दान करते हैं. हिंदू धर्म के अनुसार इस समय पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वंशजों का आशीर्वाद देते हैं.
कहा जाता है कि जो व्यक्ति पितृ पक्ष में श्राद्ध, दान और सेवा करता है, उससे हर संकट दूर रहता है. इस समय लोग अपने घर पर ब्राह्मण को बुलाकर खाना खिलाते है और दान के साथ कपड़े भी देते है.
पितृ पक्ष में किए गए दान और सेवा से पूर्वज प्रसन्न होते हैं. पितृ पक्ष में गाय, कौवे, कुत्ते और चींटियों को भोजन कराना बेहद शुभ और फलदायी होता है. पितृ पक्ष में जीव प्रतीकात्मक रूप से पितरों से जुड़े होते है. कहा जाता है कि इन्हें भोजन कराने से इसका पुण्य सीधा पितरों तक पहुंचता है.
गाय को भोजन कराना
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है. मान्यता है कि गाय को भोजन कराने से पितर प्रसन्न होते हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है. अगर आप गाय को हरा चारा, गुड़ या आटा खिलाते है तो पितृ पक्ष में इसे शुभ माना गया है.
अगर किसी की कुंडली में पितृ दोष है तो वे लोग नियमित रूप से गाय को भोजन कराने से इस दोष का प्रभाव कम हो जाता है.
कौवे से फायदा
हिंदू धर्म में कौवा पितरों का प्रतीक माना जाता है. पितृ पक्ष में कौवे को भोजन कराने की परंपरा बहुत प्रचलित है. माना जाता है कि कौवे के माध्यम से पितर अपने अंश को ग्रहण करते हैं.
अगर कौवा प्रसन्न होकर भोजन करता है तो ये संकेत मिलता है कि पितर तृप्त और प्रसन्न हुए हैं. हिंदू धर्म के अनुसार पितृ पक्ष पर कौवे को चावल, रोटी और मीठा खिलाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
कुत्ते को भोजन के लाभ
हिंदू धर्म में कुत्ते को धर्म और रक्षक कहा गया है. माना जाता है कि पितृ पक्ष में कुत्ते को भोजन कराने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. ऐसा करने से जीवन में आने वाले संकट कम होते हैं और बाधाएं दूर होती हैं. पितृ पक्ष में कुत्ते को रोटी, दूध और गुड़ खिलाना शुभ माना जाता है.
चींटियों को भोजन के लाभ
हिंदू धर्म में चींटी के पीछे गहरी धार्मिक भावना जुड़ी है. अगर आप चींटी को भोजन कराना चाहिए. शास्त्रों में कहा गया है कि चींटियों को आटा या शक्कर खिलाने से पितर प्रसन्न होते हैं.
हिंदू धर्म में इस कार्य को बहुत पुण्यदायी माना गया है. चींटियों को भोजन करवाने से घर में दरिद्रता और रोग दूर होते हैं.