रविवार को जारी आईपीएल में ऋषभ पंत के एक और धमाके के बाद इस साल जून में होने वाली t20 विश्व कप के लिए इस विकेटकीपर ने सेलेक्टरों ने एक और मैसेज दिया है हालांकि ऋषभ पंतअर्धशतक नहीं बना सके। लेकिन बहुत ही ज्यादा जरूरत के समय लेफ्टि बल्लेबाज ने 24 गेंद पर 4 चौको और दो छक्कों 41 रन बना कर जिस तरह दिल्ली के लिए मैच को एकदम आसान बना दिया उसका संदेश बहुत ही बड़ा है।
औसत T20 के लिए ज्यादा बड़ा तो नहीं था
जब ऋषभ पंत नंबर चार पर बैटिंग करने उतरे थे तो दिल्ली का स्कोर सातवां और खत्म होने के बाद दो विकेट पर 63 रन हो चला। जहां से दिल्ली कैपिटल्स को जीतने के लिए बचे 13 औरों ओवरों में 105 रन की दरकार थी औरप्रति ओवर औसत 8.7 रन जाहिर हैकि यह औसत T20 के लिए ज्यादा बड़ा तो नहीं था लेकिन लखनऊ के अटैक को देखते हुए ऐसा जरूर था कि जिसमें दिल्ली की फंस सकती थी। लेकिन पंत की प्रचंड पारी ने मुकाबले की दिशा बदल दी।
पंत तीन ओवर तक खामोश रहे
पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद पंत तीन ओवर तक खामोश रहे 10 वां ओवर खत्म होने के बाद उनका स्कोर 10 गेंद पर 8 रन था। 11 वे ओवर में पंत ने विश्नोई की गेंद पर छक्का जड़ा। यहां से उन्होंने अलग ही रूप धारण कर लिया। कुछ बहुत ही शानदार शॉट उनके बल्ले से देखने को मिले। लेकिन पंत ने फ्रैजर के साथ मिलकर 46 गेंद पर 77 रन जोड़कर इस साझेदारी को मैच के ट्रेनिंग पॉइंट में बदल दिया।
इस दौरान इन दोनों ने 12.3 रन प्रति ओवर की तरह से रन बटोरे। निश्चित तौर पर इसमें 22 साल की ऑस्ट्रेलिया फेजर का योगदान कहीं ज्यादा मार्क था। लेकिन पंत ने भी प्रचंड मार लगाकर विश्व कप के लिए अगले कुछ दिनों में टीम घोषित होने के टीम के लिए अपना दावा मजबूतकर दिया।