भारत सरकार ने पैन कार्ड में 52 वर्षों के बाद एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। इस नए बदलाव को ‘पैन 2.0’ नाम दिया गया है। यह बदलाव देश के करोड़ नागरिकों को प्रभावित करने वाला है। यह विस्तार से जाने की यह बदलाव क्या है और आम नागरिको पर इसके क्या प्रभाव पड़ेगा।
पैन 2.0 की मुख्य विशेषताएं
नए पैन कार्ड में सबसे बड़ा बदल क्यूआर कोड को जोड़ा जाना है। क्यूआर कोड कार्ड धारक की सभी भी महत्वपूर्ण जानकारी को सुरक्षित तरीके से अपने में समाहित करेगा। इस सरकारी कामकाज और वित्तीय लेनदेन में तेजी आएगी। साथ ही कार्ड में नए सुरक्षा फीचर्स भी जोड़े जायेंगे जो इसे पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाएंगे।
डिजिटल सुविधाओं का विस्तार
पैन 2.0 के साथ एक नया एकीकृत प्लेटफार्म भी शुरू किया जायेगा। इस नए प्लेटफार्म पर पैन कार्ड से जुड़ी सभी सेवाएं एक ही जगह पर उपलब्ध होंगी। इससे लोगों को अपनी जानकारी अपडेट करने ,कंपनी रजिस्टेशन और अन्य सेवाओं का लाभ लेने में आसानी होगी।यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
पैन नंबर रहेगा पूर्ववत
लोगों के मन में सवाल उठ रहा होगा कि क्या उनका पैन नंबर बदल जाएगा। इस बारे में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया कि पैन नंबर में कोई बदलाव नहीं होगा। बदलाव केवल कार्ड के डिजाइन और तकनीकी सुविधाओं में किया जाएगा।
नए कार्ड की प्राप्ति प्रक्रिया
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि नया पैन कार्ड सभी मौजूदा धारको को उनके पंजीकृत पते पर स्वचालित रूप से भेजा जाएगा। इसके लिए ना तो कोई आवेदन करना होगा न हीं कोई शुल्क देना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क होगी।
पुराने कार्ड की वैधता
जब तक आपको नया पैन कार्ड नहीं मिल जाए तब तक आपने पुराने पैन कार्ड का इस्तेमाल बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं। पुराने कार्ड की वैधता बनी रहेगी इससे सभी सरकारी और वित्तीय कार्य किया जा सकते हैं।
बेहतर सुरक्षा व्यवस्था
पैन 2.0 में जोड़े गए नए सुरक्षा फीचर्स कार्ड को अधिक सुरक्षित बनाएंगे। क्यूआर कोड के माध्यम से जानकारी को एन्क्रिप्टेड तरीके से स्टोर किया जाएगा, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होगी। यह व्यवस्था टैक्स प्रक्रिया को न केवल तेज बनाएगी बल्कि अधिक सुरक्षित भी करेगी।