गर्मी के मौसम में ठंडी -ठंडी लस्सी पीने को मिल जाए या फिर छाछ मिल जाए तो शरीर को एनर्जी मिलती है। कुछ साल पहले का नारा याद कीजिए लस्सी हो या छाछ या फिर गन्ने का ज्यूस हो दूकान पर जाकर लिया था। दुकानदार कांच के गिलास में लस्सी या छाछ दिया करता था। कुछ साल बाद कांच के गिलास की जगह प्लास्टिक की डिस्पोजल ग्लास ने ले लिया था।
कुछ काला पदार्थ बाहर आ रहा है जिसे देखकर वो चौंक गया
लेकिन अब तो मामला एक कदम आगे बढ़ गया है अब लस्सी या छाछ ट्रांसपेरेंट ग्लास की जगह ट्रेटा पैक में भी मिलता है। ऐसे पैक में लस्सी या छाछ मिलने का सबसे बड़ा नुकसान है कि अंदर के हाल का पता ही नहीं चलता। एक शख्स का ट्रेटा पैक में जो नजारा दिखा वो काफी चौंकाने वाला था। इंद्र नाम के एक शख्स ने अमूल प्रोटीन लस्सी का एक पिक अपने ट्विटर हेंडल से शेयर किया है इस फोटो में आप देख सकते हैं अमूल के ट्रेटा पैक पर जहां से स्त्रो डालते डालते हैं वहां काला काला निशान नजर आ रहा है । इंद्र ने लिखा की ,मेरे भाई ने यह लस्सी पीने के लिए उठायी तो देखा की कुछ काला पदार्थ बाहर आ रहा है जिसे देखकर वो चौंक गया।
बाद में ट्रेटा पैक को काटा तो अंदर मोल्ड के अंदर फफूंद के लंप नजर आए। इंद्र ने ये पोस्ट 11 मई को शेयर की थी तब से खबर लेकर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 3 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इसकी जानकारी अमूल को भी दी है अमूल ने रिफंड में ₹50 देने की बात कही है। इस पोस्ट को देखकर यूजर ने लिखा , कई बार कैन्ड आइटम्स में भी फफूंद निकलती है लेकिन जिम्मेदार एजेंसी से नहीं जवाब नहीं मिलता। एक यूजर ने इस लस्सी काबैच नंबर और कोड भी पूछा ताकि उसका ध्यान रख सके।