शोधकर्ताओं कि एक टीम ने फूड पैकेजिंग सामग्री में लगभग 200 संभावित ब्रेस्ट कैंसर करें तथा उनकी जान पहचान की है जिसमें प्लास्टिक कागज और कार्डबोर्ड शामिल है जो मौजूदा रेगुलेशन के बावजूद बड़े जोखिम को उजागर करते हैं। मंगलवार को ‘फ्रंटियर्स इन टॉक्सिकोलॉजी ‘में प्रकाशित निष्कर्ष रोजमर्रा की चीजों में इन केमिकल्स को कम करने के लिए निवारक उपायों के तत्काल जरूरत को रेखनकित करता है।
स्तन कैंसर दुनिया का दूसरा सबसे आम कैंसर है
फूडपैकेजिंग फोरम की मैनेजिंग डायरेक्टर औरअध्ययन की सह-लेखिका जेन मुनके ने कहा ,यह अध्ययन जरूरी है ,क्योंकि दर्शाता की ब्रेस्ट कैंसर में पैदा करने वाले केमिकल संपर्क में आने से रोकने के लिए बहुत बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि ,आपको डेली लाइफ में खतरनाक केमिकल्स को काम करके कैंसर की रोकथाम की संभावना का पता नहीं लगाया गया है और इसमें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।स्तन कैंसर दुनिया का दूसरा सबसे आम कैंसर है ये महिलाओं में होने वाला नंबर एक कैंसर है।
2020 -22 में हाल ही में उपलब्ध अध्ययनों तक सीमित रखा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ,2022 में 2.3 मिलियन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का निदान किया गया और वैश्विक लेवल पर 670,000 की मृत्यु हुई। अध्ययन के लिए टीम ने संभावित ब्रेस्ट कार्सिनोजेन्स की हाल ही में प्रकाशित लिस्ट की तुलना की। उन्होंने पाया कि फूड कंटेंट पदार्थ में 189 संभावित कॉर्नीजेन्स पाए गए हैं जिन्हें प्लास्टिक में 143 और कागज या बोर्ड में 89 शामिल हैं। इसके अलावा टीम ने अपने अध्ययन में 2020 -22 में हाल ही में उपलब्ध अध्ययनों तक सीमित रखा। उन्होंने दुनिया भर में खरीदे गए FCM से 76 ब्रेस्ट कार्सिनोजेन्स के संपर्क में आने की सबूत भी पाए हैं जिनमें से 61 प्लास्टिक से है।
FCM ब्रेस्ट कैंसर कारी पदार्थो के संपर्क में पूरी आबादी का आना सामान्य बात है
यह वास्तविक प्रयोग की स्थितियों के तहत वैश्विक आबादी के रसायनों की संपर्क में आने का संकेत देती है। जरूरी बात यह है कि फूड कंटेंट मटेरियल कुछ पिछले कुछ सालों में यूरोपीय संघ और अमेरिका सहित बहुत ज्यादा रेगुलेटेड एरिया में उनके मार्केट से खरीदी गई थी । शोधकर्ताओं ने कहा , हमारे निष्कर्ष से पता चलता है कि FCM ब्रेस्ट कैंसर कारी पदार्थो के संपर्क में पूरी आबादी का आना सामान्य बात है और यह रोकथाम के लिए एक जरूरी है।