हिंदू पंचांग के अनुसार ,कृष्ण और शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि एकादशी का व्रत किया जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसे में सावन की पवित्र महीने में एकादशी कब मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना किस प्रकार करनी चाहिए यह पता होना जरूरी है। यहां जानिए श्री हरी और महालक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करने के दौरान आपको कौन कोनसे पुष्प अर्पित करने चाहिएताकि वो प्र्शन्न हो जाए और आपके सारे दुख दर्द दूर करके खुश रहने का आशीर्वाद मिलेगा।
अर्पित करे ये फूल
सावन के महीने की एकादशी तिथि की शुरुआत 30 जुलाई को शाम 4:44 पर हो जाएगा। इसका समापन 31 जुलाई को दोपहर 3:55 पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 31 जुलाई को एकादशी मनाई जाएगी। इस एकादशी तिथि को कामिका एकादशी कहते हैं जो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रिय होती है। कहते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ अगर उन्हें विशेष पुष्प अर्पित किए जाते हैं तो इससे सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
अगर आप भगवान विष्णु मां लक्ष्मी को कोई मनोकामना मांगना चाहते हैं और आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी हो तो आप श्री हरि को कमल के फूल जरूर अर्पित करें। ऐसे कहते हैं कि कमल के फूलों ने काफी पसंद होते हैं।
श्री हरि को एकादशी पर प्रसन्न करना है तो सुख शांति घर में चाहते हैं तो भगवान विष्णु को गेंदे का फूल अर्पित करें। गेंदे के फूल पूजा में इस्तेमाल करना बहुत शुभ होता है। भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं।
अगर दांपत्य जीवन में अनबन चल रही है तो कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को कदम्ब का फूल अर्पित करें। इससे इंसान कोयमलोक के कष्टों से छुटकारा मिलता है और दांपत्य जीवन भी सुखमय होता है।
किसी भी काम को पूरा करने के लिए भगवान विष्णु के सामने अर्जी लगाना हो तो उन्हें गुलाल गुलाब का फूल चढ़ा सकते हैं । कहते हैं गुलाब का फूल अर्पित करने से इंसान की बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं और धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
भगवान विष्णु को शंखपुष्पी फूल भी बहुत पसंद होता हैं। कहते है कामिका एकादशी की शुभ अवसर पर अगर उन्हें शंखपुष्पी फूल अर्पित किया जाए तो जीवन की सभी दुखो का अंत होता है और घर में बरकत बनी रहती है।