आज नवरात्रि का छठवां दिन है। इस दिन माता कात्यायनी की पूजा होती है। मान्यता है की माता के हर स्वरूप को अलग-अलग रंग के फुल प्रिय है। अगर हर दिन उस klr के फूलों से माता रानी की आराधना की जाए तो वहां प्र्शन्न होकर मन की मुरादे की पूरी कर देती है। जानते हैं की नवरात्रि में किस दिन कौन सा फूल जगत जननी को चढ़ाना चाहिए।
यहां जाने फूलो के बारे में
पहला दिन नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा होती है माता को लाल जसूद और सफेद कनेर उनको फुल काफी प्रिय है इस फूल को चढ़ाने से माँ भक्त की हर मनोकामन पूरी करती है।
वही दूसरा दिन माता ब्रह्मचारिणी का है इस दिन मोगरे का फूल या सफेद रंग का फूल चढ़ाना चाहिए।
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करते समय कमल या शंख पुष्प चढ़ाए इससे देवी माँ प्रसन्न होती है।
चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा चमेली या पीले रंग के फूल से करें।
पांचवे दिन माँ स्कन्द माता की पूजा पिले फूलो से करे। पिले फूल अर्पित करने से माँ प्र्शन्न होकर आशीर्वाद देती है।
छठवें दिन मां कात्यायनी की आराधनागेंदा यानी गलगोटा के फूलों से करनी चाहिए। मान्यता की है की इसे चढ़ाने से माता प्रसन्न होती है और आशीर्वाद देती है।
सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा में नीले रंग का फूल चढ़ाना चाहिए। माता को ये फूल फूल काफी प्रिया है।
आठवे दिन में महागौरी को मोगरे का फूल पसंद है माना जाता है कि इस फूल को चढ़ाने से परिवार पर माता रानी की कृपा सदैव बनी रहती है।
नवे दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा होती है उनकी पूजा में चंपा और जसुद का फूल चढ़ाने से धन -वैभव की प्राप्ति होती है।