अब FD पर मिलेगा 2 परसेंट से ज्यादा का ब्याज ,यहां जाने सरकार की इस नई निति के बारे में

Saroj kanwar
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महंगाई की बढ़ते प्रभाव से जूझ रहे आम लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार एक नई पहल करने जा रही है। सरकारी महंगाई दर से अधिक ब्याज देने वाले विशेष बॉन्ड लगाने की योजना बना रही है। यह कदम आम जनता को सुरक्षित निवेश का विकल्प उपलब्ध कराएगी और उनकी बचत को महंगाई से होने वाले नुकसान से बचाएगा।

यह बॉन्ड यह बॉन्ड राष्ट्रीय बैंक फॉर फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (NaBFID) के तहत जारी किया जाएगा, जिसमें सरकारी गारंटी होगी इस योजना की विशेषताओं के बारे में और इससे होने वाले फायदे पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

महंगाई दर से अधिक ब्याज देने वाला बॉन्ड में इस विशेष बॉन्ड की सबसे बड़ी खासियत होगी कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी महंगाई दर से अधिक ब्याज देगा। उदाहरण के तौर पर यदि महंगाई दर 6% है तो इस बॉन्ड पर ब्याज दर इससे अधिक होगी। सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि यह बॉन्ड AAA ट्रिपल रेटिंग के साथ जारी होगा जो इसे सुरक्षित बनाता है। इसका मतलब है की इसका जोखिम लगभग ना के बराबर होगा।

NaBFID का योगदान

यह बॉन्ड NaBFID ईद के जरिए बाजार में लाया जाएगा NaBFID को बुनियादी राज्य के विकास के लिए पूंजी जुटाने और विभिन्न प्रकार के बांड जारी करने का अधिकार दिया गया है । NaBFID द्वारा जारी करने के लिए वाले ये बॉन्ड न केवल सुरक्षित निवेश विकल्प होंगे बल्कि लंबी अवधि के लिए आर्थिक स्थिरता प्रदान करेंगे।

महंगाई के कारन इस बॉन्ड की जरूरत क्यों

बचत पर महंगाई का प्रभाव –

महंगाई बढ़ने के कारण लोगों की क्रय शक्ति लगातार घट रही है।
उदाहरण के लिए यदि आपकी बचत पर मिलने वाली ब्याज 4% है और महंगाई दर 5% है तो आपकी बचत की वास्तविक मूल्य हर साल एक परसेंट घट रही है। यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे तो लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है।

सिमित निवेश विकल्प

वर्तमान में आम जनता के पास निवेश की सीमित विकल्प बचे हैं।
कर बचत वाले बॉन्ड और लंबी अवधि की योजनाएं बंद होने से निवेश के विकल्प घटे हैं।
डाकघर योजनाएं, PPF, और वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं ही मुख्य निवेश विकल्प रह गए हैं, जिनकी ब्याज दरें महंगाई को कवर करने में सक्षम नहीं हैं।

महंगाई के मुख्य कारण


खाद्य पदार्थों और सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने महंगाई दर को और अधिक बढ़ा दिया है। अक्तूबर में खुदरा महंगाई दर 6.21% थी, हालांकि नवंबर में इसमें कुछ गिरावट आई, लेकिन यह अब भी लोगों की बचत पर असर डाल रही है।

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