New POS Machine:हरियाणा में हाईटेक मशीनों से बंटेगा राशन, अब राशन लेने के लिए लाइन में खड़े होने का झंझट खत्म

Saroj kanwar
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New POS Machine: हरियाणा सरकार राशन वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है. प्रदेश के 9,364 सरकारी राशन डिपो होल्डरों को दी गई पुरानी 2G POS मशीनें अब बदली जाएंगी. उनकी जगह नई 4G और 5G तकनीक पर आधारित 10,000 POS मशीनें लगाई जाएंगी, जो अधिक तेजी और सटीकता के साथ काम करेंगी.

पुरानी मशीनें बन गई थीं बड़ी समस्या


डिपो होल्डरों के अनुसार, 2G POS मशीनों में नेटवर्क की गंभीर समस्या थी. अधिकतर समय नेटवर्क नहीं आता था और जब आता भी था तो बेहद धीमा रहता था. इससे एक राशन कार्डधारी को राशन देने में 5 मिनट और एक परिवार की e-KYC में 30 मिनट तक का समय लग जाता था. बैटरियों की खराब स्थिति भी परेशानी का कारण बनी हुई थी.

नई POS मशीनें होंगी हाईटेक सुविधाओं से लैस


नई POS मशीनें फिंगरप्रिंट स्कैनर और आइरिस स्कैनर दोनों से लैस होंगी. अब राशन कार्डधारी की आंखों की पुतलियों और चेहरे की पहचान के माध्यम से पहचान की जाएगी. इससे बुजुर्गों और बच्चों के लिए फिंगरप्रिंट फेल होने की समस्या खत्म हो जाएगी. ई-केवाईसी भी इसी प्रणाली के तहत होगी.


वजन की रीडिंग होगी डिजिटल और पारदर्शी


नई POS मशीनों को इलेक्ट्रॉनिक वजन मापक यंत्र से जोड़ा जाएगा. इससे लाभार्थी को मिलने वाले राशन की वास्तविक मात्रा मशीन में दर्ज हो जाएगी. मशीन से निकलने वाली पर्ची में वजन और वस्तु की पूरी जानकारी दी जाएगी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी और गड़बड़ियों की संभावना घटेगी.

टेंडर वाली कंपनी को लौटाई जाएंगी पुरानी मशीनें
सरकार की योजना के तहत, पुरानी 2G मशीनें उस कंपनी को लौटाई जाएंगी जिसने इन्हें आपूर्ति की थी. नई मशीनों की आपूर्ति और इंस्टॉलेशन की जिम्मेदारी नये टेंडर के जरिए तय की गई कंपनी को सौंपी गई है.

डिपो होल्डरों को कब तक मिलेंगी नई मशीनें?


खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सुपरिटेंडेंट अश्वनी कुमार ने जानकारी दी है कि अगले 3 से 4 महीनों में प्रदेश भर के डिपो होल्डरों को नई POS मशीनें सौंप दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि इस तकनीक से राशन वितरण में गति, पारदर्शिता और विश्वसनीयता तीनों में सुधार होगा.


लाभार्थियों को क्या मिलेगा सीधा फायदा?


इस नई व्यवस्था से फिंगरप्रिंट ना आने, नेटवर्क फेल होने या वजन में गड़बड़ी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. खासतौर से वे लोग जिन्हें पहचान सत्यापन में दिक्कत आती थी, अब आइरिस स्कैनिंग के जरिए आसानी से राशन प्राप्त कर सकेंगे.

डिजिटल इंडिया की ओर एक और मजबूत कदम


हरियाणा सरकार का यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने वाला है. इससे ना केवल राशन वितरण में पारदर्शिता और गति बढ़ेगी, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाएं भी डिजिटल और स्मार्ट बनेंगी. राशन वितरण प्रणाली में यह परिवर्तन देश के अन्य राज्यों के लिए भी मॉडल साबित हो सकता है.

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