New Expressway In Bihar: बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है. रक्सौल से पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट तक छह लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी मिल गई है. इसके साथ ही पटना से पूर्णिया को जोड़ने वाले एक अन्य एक्सप्रेसवे को भी स्वीकृति दी गई है. इन दोनों परियोजनाओं के पूरे होने से बिहार के सीमांचल और तिरहुत क्षेत्र में व्यापार, निवेश और आवागमन के नए द्वार खुलेंगे.
भारतमाला परियोजना के तहत बनेंगी दोनों सड़कें
इन दोनों मेगा सड़कों का निर्माण भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत किया जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य देश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों और बंदरगाहों को सीधा जोड़ना है ताकि तेज और सुरक्षित परिवहन सुविधा मिल सके. रक्सौल से हल्दिया एक्सप्रेसवे और पटना से पूर्णिया को जोड़ने वाली सड़कें इस योजना का अहम हिस्सा होंगी.
रक्सौल से हल्दिया तक कैसे गुजरेगा एक्सप्रेसवे?
जानकारी के अनुसार, रक्सौल-हल्दिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बिहार के कई जिलों से होकर गुजरेगा. यह सड़क ताजपुर, मुसरीघरारी और दलसिंहसराय जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को पार करते हुए हल्दिया बंदरगाह तक पहुंचेगी. इसका उपयोग भारत-नेपाल व्यापार के लिए एक रणनीतिक कॉरिडोर के रूप में किया जाएगा.
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे का होगा बड़ा फायदा
वहीं दूसरी ओर, पटना से पूर्णिया तक बनने वाला एक्सप्रेसवे भी कई जिलों को जोड़ेगा. यह सड़क हसनपुर, रोसड़ा, विभूतिपुर, उजियारपुर और सरायरंजन होते हुए पूर्णिया तक पहुंचेगी. इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि पटना से सीमांचल तक की दूरी काफी कम हो जाएगी और यात्रा समय में भी महत्वपूर्ण कटौती होगी.विभागीय स्तर पर तेज हुआ काम
इन दोनों परियोजनाओं को लेकर विभागीय स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है. सबसे पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है. इससे पहले, अमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे का कार्य पहले से ही चल रहा है. अब रक्सौल-हल्दिया और पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे के निर्माण से बिहार के सड़क नेटवर्क को एक नई मजबूती मिलेगी.दरभंगा से लेकर पटना और कोलकाता तक सफर होगा आसान
इन सड़कों के बनने से बिहार के लोगों को दरभंगा एयरपोर्ट से लेकर पटना और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों तक पहुंचने में बड़ी सुविधा मिलेगी. यात्रा का समय घटेगा, और ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा. इससे सिर्फ यात्रियों को ही नहीं, व्यापार और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी जबरदस्त फायदा मिलेगा.रक्सौल-हल्दिया मार्ग से खुलेगा अंतरराष्ट्रीय व्यापार का रास्ता
यह नया कॉरिडोर भारत और नेपाल के बीच व्यापार के लिहाज से बेहद अहम साबित होगा. रक्सौल एक प्रमुख बॉर्डर टाउन है और हल्दिया एक बड़ा समुद्री बंदरगाह. इन दोनों के बीच सीधी सड़क बनने से निर्यात-आयात की प्रक्रिया सुगम और सस्ती हो जाएगी.
बदल जाएगी सीमांचल और तिरहुत की आर्थिक तस्वीर
सड़कों के बेहतर नेटवर्क से कृषि और औद्योगिक उत्पादों की बाजार तक पहुंच आसान हो जाएगी. विशेषकर सीमांचल के किसान, जिनके फल, सब्जियां और मसाले अब कम समय में कोलकाता और अन्य बड़े शहरों के बाजारों में पहुंच पाएंगे, उन्हें बेहतर दाम भी मिल सकेंगे.
निजी निवेश को मिलेगा बढ़ावा
सड़क परियोजनाओं के पूरा होने के बाद निजी क्षेत्र के निवेशकों को भी यहां निवेश के लिए आकर्षित किया जा सकेगा. लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग, होटल और अन्य सर्विस सेक्टर के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी. इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के मौके मिलेंगे.कृषि प्रधान जिले को मिलेगा नया बाजार
समस्तीपुर और आसपास के जिलों में कृषि उत्पादों की भरपूर पैदावार होती है. सड़कें बेहतर होने के कारण यहां के उत्पाद अब तेजी से कोलकाता के बाजारों तक पहुंच सकेंगे. इससे फार्म-टू-मार्केट कनेक्टिविटी मजबूत होगी और किसानों की आय में भी इजाफा होगा.