अगर आप मध्य प्रदेश के निवासी है तो आपको बता दे की मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जमीन रजिस्ट्री के नियमों में बहुत बड़ा बदलाव किया गया बता दे संपदा टू सॉफ्टवेयर से पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने वाली है। मध्य प्रदेश की जमीन रजिस्ट्री करने की प्रक्रिया में बड़ी सुविधा मिलने वाली है। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जमीन रजिस्ट्री के नियमों में बहुत बड़ा बदलाव किया जा रहा है।
नए नियमों के तहत बिना गवाह सिर्फ ई -केवाईसी के साथ अब डिजिटल जमीन की रजिस्ट्री की जाएगी
जमीन रजिस्ट्री के नए नियमों के तहत बिना गवाह सिर्फ ई -केवाईसी के साथ अब डिजिटल जमीन की रजिस्ट्री की जाएगी यानी जो भी लोग जमीन या प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं उन्हें जमीन या प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करने के लिए दवा की कोई जरूरत नहीं पड़ेगा। इसके साथ पंजीकरण के लिए उपपंजीयक ऑफिस में उपस्थित होने की कई जरूरत नहीं है ।
E-KYC के जरिए जमीन को खरीदने वाले व्यक्ति और जमीन को बेचने वाले व्यक्ति का पहचान सुनिश्चित की जाएगी
क्योंकि आप E-KYC के जरिए जमीन को खरीदने वाले व्यक्ति और जमीन को बेचने वाले व्यक्ति का पहचान सुनिश्चित की जाएगी । जमीन रजिस्ट्री की यह नया नियम मध्यप्रदेश की सभी 15 जिलों से में गुरुवार से ही लागू किए गए हैं। बता दे की मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाने के लिए संपदा 2 और इसका विशेष मोबाइल एप गुरुवार को लांच किया है। बता दें कि इस सॉफ्टवेयर की सहायता से प्रॉपर्टी की जीआईएस मैपिंग, बायोमेट्रिक पहचान, और डॉक्यूमेंट की फॉर्मेटिंग स्वत: होगा। जिससे जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया में तेजी और पारदर्शिता आएगा।
लोगों की पहचान के लिए वीडियो केवाईसी की भी सुविधा उपलब्ध होने वाले हैं
बता दे कि लोगों की पहचान के लिए वीडियो केवाईसी की भी सुविधा उपलब्ध होने वाले हैं। ऐसे में पंजीकृत डॉक्यूमेंट की ई- कॉपी ,डिजी लॉकर , व्हाट्सएप और ई – मेल के माध्यम से आसानी से प्राप्त किया जाएगा। ई- स्टांप की सुविधा के साथ, प्रॉपर्टी सर्च की प्रक्रिया को भी सरल और सुगम बनाए गए हैं।