MP News: यात्रियों के लिए जरूरी खबर! भोपाल में कल नहीं चलेगी टैक्सी और ऑटो, देखें पूरी खबर

Saroj kanwar
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MP News: 14 जुलाई यानी की कल, तथा’एस योर ऑटो की सेवाएं बंद रहेंगे। टैक्सी यूनियन कल्याण समिति के कहने पर टैक्सी ऑटो चालक ने विभिन्न मांगों को लेकर कल हड़ताल करने का फैसला किया है। कल 11:00 से शाम 5:00 तक ऑटो और टैक्सी नहीं चलेगा।

 यात्रियों को होगी परेशानी इस आंदोलन का व्यापक असर देखने को मिलेगा। भोपाल रेलवे स्टेशन, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, हबीबगंज क्षेत्र, बस स्टैंड और राजा भोज एयरपोर्ट सहित शहर के कई प्रमुख परिवहन केन्द्रो पर इसका असर देखने को मिलेगा। ऐसे यात्रियों की परेशानियां बढ़ सकती है।

 क्या है टैक्सी यूनियन की मांगे

एयरपोर्ट व प्रमुख सार्वजनिक पिकअप प्वाइंट्स पर पर्याप्त और सुव्यवस्थित पार्किंग सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं- राजा भोज एयरपोर्ट पर ओला-उबर जैसे एग्रीगेटर वाहनों को पार्किंग की अनुमति दी गई है, जबकि पारंपरिक टैक्सी चालकों के लिए कोई उपयुक्त व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। यूनियन का कहना है कि जब वाहन टैक्सी कोटे में पंजीकृत होते हैं, तो उन्हें एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर भी समुचित पार्किंग सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।


निजी टैक्सी कंपनियों पर सरकारी दरें लागू हों- यूनियन ने मांग की है कि ओला-उबर जैसी एग्रीगेटर कंपनियों पर भी वही कलेक्टर दरें लागू की जाएं, जो पारंपरिक टैक्सी चालकों पर प्रभावी हैं। वर्तमान में ये कंपनियां आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते मनमाने किराये तय करती हैं, जिससे चालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।


रेलवे स्टेशनों पर हो रही अवैध वसूली को तुरंत रोका जाए- भोपाल, रानी कमलापति और संत हिरदाराम नगर जैसे रेलवे स्टेशनों पर टैक्सी चालकों से प्रति फेरे 10 रुपये जबरन वसूले जा रहे हैं, जबकि निजी वाहनों को 15 मिनट तक निःशुल्क पार्किंग की सुविधा दी जा रही है। यह वसूली न तो किसी अधिकृत नियम के तहत की जा रही है और न ही इसकी कोई रसीद प्रदान की जाती है। प्रतिदिन इन स्टेशनों पर लगभग 2,000 टैक्सियां पहुंचती हैं, जिससे रोज़ाना करीब 20,000 रुपये की अवैध वसूली हो रही है। इस अनियमितता का सीधा प्रभाव टैक्सी चालकों की आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है।


पैनिक बटन के नाम पर अवैध वसूली बंद की जाए- टैक्सी वाहनों में लगाए जाने वाले पैनिक बटन की बाजार कीमत लगभग 4,000 रुपये है, लेकिन इसके लिए चालक वर्ग से 13,000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। साथ ही, अधिकांश मामलों में ये पैनिक बटन ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं, जिससे उनकी उपयोगिता पर सवाल उठ रहे हैं

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