MP News: मध्य प्रदेश राज्य के खरगोन जिले में मनरेगा योजना के तहत जल संरक्षण के लिए तैयार किए गए 156 अमृत सरोवर जिले में शनिवार तक हुई बारिश से लबालब हो गए है। वहीं 27 नए तालाबों का निर्माण जारी है। जिनका काम करीब 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। यह सरोवर ग्रामीणों को रोजगार दिलाने के साथ जल संरक्षण के लिए अमृत के समान साबित हो रहे है। इन अमृत सरोवर के लबालब होने से आसपास के ग्रामीण व किसानों के चेहरे खिल गए हैं। जिला पंचायत द्वारा अब तक जिले में 156 तालाब बनाए गए है। इन अमृत सरोवर से लगभग 28 करोड़ लीटर पानी का संरक्षण किया जा रहा है, जो की गर्मी के समय ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल निस्तार जल सिंचाई के लिए उपयोगी होगा। इस वर्ष जिले में जल गंगा अभियान के तहत 10 हजार घन मीटर से अधिक जल ग्रहण क्षमता वाले तालाब को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया गया है।
यह अमृत सरोवर आने वाले भविष्य में सिंचाई के साथ ही मछली पालन व मवेशी, जंगली, गली, जानवरों के लिए पेयजल की व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। जिले में इस वर्ष कलेक्टर के निर्देश से 27 अमृत सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। ताकि इन अमृत सरोवर से अधिक से अधिक जल का संरक्षण किया जा सके। अब तक जिले 80 प्रतिशत सरोवरों का निर्माण हो चुका है। इनमें पानी भरने से बचा हुआ काम कुछ माह बाद पूर्ण किया जाएगा। मनरेगा प्रभारी श्याम रघुवंशी ने बताया कि वर्तमान में जो नए अमृत सरोवर बनाए जा रहे है वे सीपरी सॉफ्टवेयर के उपयोग करते हुए बनाए जा रहे है। जिससे पानी के सीपेज होना की संभावना कम हो जाएगी।
भू-जलस्तर में भी हो रही वृद्धि
अमृत सरोवरों के निर्माण और उचित रखरखाव करने से भू-जल स्तर को बढ़ाने में मदद मिल रही है, खासकर बारिश के पानी को इकट्ठा करने और उसे जमीन में रिसने देकर अन्य पारंपरिक जलस्रोतों के जलस्तर में वृद्धि की जा रही है। ताकि गर्मी के दिनों में ग्रामीणों और किसानों को जल संकट का सामना करना पड़े। आने वाले ना दिनों में इन सरोवरों से लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा।