Heavy Rain Alert MP: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में चंबल और सिंध नदी का जलस्तर पिछले चार दिन में लगातार बढ़ा है। गुरुवार को चंबल नदी का वाटर लेवल खतरे के निशान से 7.06 मीटर ऊपर पहुंच गया। इसके प्रभाव से अटेर के आधा दर्जन गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया। वहीं लहार क्षेत्र में सिंध नदी में उफान से लिलारी में 300 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया।
साथ रौन के इंदुखों में 10, निवाई में 9 और पिड़ोरा गांव में जलभराव होने से 4 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। चंबल नदी में बाढ़ आने से ग्रामीण मगरमच्छ के खतरे से दहशत में हैं। इस बीच प्रशासन ने अगले 72 घंटों तक नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया है।
दरअसल चंबल सहित सिंध और क्वारी नदी में पिछले दो दिनों में जलस्तर खतरे के निशान से 7 से 3 मीटर ऊपर पहुंच गया है। गुरुवार को चंबल नदी में उफान से अटेर के दित्रपुरा, नावली वृंदावन, खैराट, मुकटपुरा, देवाला गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया। बीती 28 जुलाई को सुबह 7 बजे चंबल का वाटर लेवल 114.50 मीटर था, जो गुरुवार दोपहर 3 बजे 126.86 मीटर हो गया। नदी में 7.06 मीटर जलस्तर बढ़ने से आसपास के एक दर्जन के करीब गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं मोहनी सागर डैम से दो दिन में 14 हजार 700 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सिंध नदी नदी का जलस्तर बढ़ा है।
गुरुवार दोपहर 3 बजे सिंध नदी का वाटर लेवल 126.10 मीटर पहुंचा, यह खतरे के निशान से 5.08 मीटर बह रही, और बढ़ सकता है पानी
गुरुवार दोपहर 3 बजे सिंध नदी का वाटर लेवल 126.10 मीटर होने से खतरे के निशान से 5.08 मीटर ऊपर पहुंच गया। चंबल और सिंध में बढ़े जलस्तर को देखते हुए गुरुवार को कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने अटेर क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान कलेक्टर ने साथ मौजूद एसडीएम अटेर पराग जैन
को बाढ़ संभावित गांव की निगरानी के साथ ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए अलर्ट करने के निर्देश दिए। शाम को एसडीआरएफ टीम ने मुकुट पुरा गांव में
ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया। प्रशासन से अगले 72 घंटे नदियों में जलस्तर बढ़ने के खतरे को देखते हुए ग्रामीणों को अलर्ट किया है।
लहार-रौन में 300 से अधिक लोगों का रेस्क्यू
सिंध नदी का जलस्तर बढ़ने से भिंड के लहार, रौन में आधा दर्जन गांव में पानी भर गया। गुरुवार को लहार कि लिलारी गांव मैं सिंध का पानी भरने से 280 लोगों को गांव से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वहीं 100 लोगों को गिरवासा में हायर सेकेंडरी स्कूल में ठहराया। इस दौरान एसडीएम लहार विजय सिंह ने रेस्क्यू किए गए लोगों के खाने-पीने का इंतजाम किया गया। वाहीं रौन तहसीलदार श्रीनिवास शर्मा ने इंदुखीं गांव में 10, निवाई में 9 और पड़ोरा गांव से 4 परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित किया। लहार के लोहरा गांव की पुलिया पर 6 फीट पानी बहने लगा। इसी तरह क्वारी नदी में बढ़े जलस्तर से बगपुरा, रानी बिरगवां, डिड़ी, परा, जवासा, देहरा सहित एक दर्जन गांव में जलभराव हो गया है। नदी का पानी खेतों में भी भर गया है।