भगवान शिव की साधना के लिए महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही खास माना जाता है। शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का दिन बहुत ही बेसब्री से इंतजार ऐसा सावन के बाद महाशिवरात्रि के दिन ही शिव पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की चार प्रहर में पूजा की जाती है। महाशिवरात्रि की दिन चार बार जो भी भक्त चार पहरो में भगवान शिव की पूजा अर्चना करता है। उनके जीवन में सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
ज्योतिष के मुताबिक , साल 2024 में महाशिवरात्रि का व्रत कब रखा जाएगा और महाशिवरात्रि के दिन क्या खास योग बन रहा है इसके बारे में बताते हैं।
साल भर में कुल 12 शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को व्रत रखा जाता है। लेकिन महाशिवरात्रि का पर्व फागुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का मनाया जाता है। क्योंकि माना जाता है कि इसी दिन शिवलिंग की भी उत्पत्ति हुई थी। इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च को रखा जाएगा।
9 मार्च को शाम 6:43 में हो रहा है
महाशिवरात्रि में चारों प्रहर में शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए इसे भगवान महादेव प्रसन्न होते हैं। भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। महाशिवरात्रि का व्रत फागुन में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है। चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च को 7बजकर 52 से हो जा रहे हैं इसका समापन अगले दिन यानी 9 मार्च को शाम 6:43 में हो रहा है।
इस बार शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की रात के चार पहर में पूजा की जाती है। इसलिए इसमें उदया तिथि न मानते हुए 8 मार्च को ही महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। इस साल महाशिवरात्रि के दिन अमृत सिद्धि और स्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण होने जा रहा है जो भी भक्त अमृत सिद्धि में भगवान शिव की पूजा आराधना करते हैं पूजा के वक्त मांगी गई मनोकामना जरुर पूर्ण होती है।