LPG Price: GST कटौती के बाद सस्ता हुआ गैस सिलेंडर! जानें और भी बहुत कुछ

Saroj kanwar
3 Min Read

देशभर में नई जीएसटी दरें लागू हो गई हैं। नतीजतन, खाने-पीने की चीज़ें समेत रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती हो गई हैं। पहले जीएसटी के चार स्लैब थे, लेकिन अब सिर्फ़ दो ही बचे हैं। सिर्फ़ 18% और 5% वाले जीएसटी स्लैब ही लागू होंगे। सवाल यह है कि क्या रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें कम होंगी?

ग्राहकों को घरेलू और व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों पर नए जीएसटी स्लैब के असर को समझना होगा। सरकार ने 3 सितंबर को जीएसटी परिषद की बैठक में जीएसटी में सुधार का फ़ैसला किया। 2017 के बाद से जीएसटी के क्षेत्र में यह एक बड़ा कदम है और इससे आम जनता को काफ़ी राहत मिलेगी।। एलपीजी सिलेंडर कितने सस्ते होंगे?
नए जीएसटी सुधारों का एलपीजी सिलेंडरों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 22 तारीख से पहले, वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडरों पर 18% जीएसटी लगता था, जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडरों पर 5% जीएसटी लगता था। नए जीएसटी सुधारों के बाद भी, एलपीजी सिलेंडर उसी टैक्स स्लैब में रहेंगे। इसका मतलब साफ है: घरेलू और वाणिज्यिक सिलेंडरों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा। ग्राहकों को पहले जितना ही खर्च करना होगा।

इन वस्तुओं पर जीएसटी कम
केंद्र सरकार ने कई उत्पादों को जीएसटी से मुक्त कर दिया है। घी, पनीर, मक्खन और अचार जैसी कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी से मुक्त कर दिया गया है। अब, ये वस्तुएं काफी सस्ती हो सकती हैं। एफएमसीजी कंपनियां कीमतों में कमी की तैयारी कर रही हैं। इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा।

नए जीएसटी स्लैब के लागू होने से कार, टेलीविजन, वाशिंग मशीन और एयर कंडीशनर जैसी वस्तुएं भी काफी सस्ती हो जाएंगी। एक रिपोर्ट के अनुसार, टीवी की कीमतों में ₹2,500 से ₹85,000 तक की कमी आएगी। इसके अलावा, रूम एसी की कीमतों में लगभग ₹4,700 और डिशवॉशर की कीमतों में लगभग ₹8,000 की कमी आ सकती है।। वाहन भी सस्ते हो जाएँगे।
छोटे वाहनों को 18% जीएसटी स्लैब में रखा गया है। बड़े या लग्ज़री वाहनों पर 28% जीएसटी लगाया गया है। यानी पहले छोटे वाहनों पर 28% जीएसटी लगता था। 22 तारीख से इसमें 10% की कमी की गई है।

4 मीटर या उससे छोटे वाहन अब काफी सस्ते हो गए हैं। 33 जीवन रक्षक दवाओं को जीएसटी से छूट दी गई है, जिससे दरें कम हो गई हैं। चिकित्सा उपकरणों पर जीएसटी कम कर दिया गया है। अब कुल 5% जीएसटी लगेगा।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *