Liquor Earnings: उत्तर प्रदेश सरकार को जून 2025 में जहां अन्य कर स्रोतों से उम्मीद के मुताबिक राजस्व नहीं मिला, वहीं शराब, भांग और बीयर जैसी वस्तुओं की बिक्री से मिलने वाला आबकारी राजस्व रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इससे सरकार के कुल कर संग्रह में बड़ा योगदान मिला है. इस साल जून में पिछले वर्ष की तुलना में 1,058.23 करोड़ रुपये अधिक राजस्व मिला, जिसमें से 1,026.22 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी केवल आबकारी राजस्व से हुई है.
जीएसटी और अन्य करों में अपेक्षित बढ़ोतरी नहीं
- राज्य सरकार को जीएसटी, वैट, परिवहन, स्टांप, निबंधन और खनिज करों से मात्र 32.01 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिला है.
- वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि पिछले वर्ष जून में कुल 15,924.73 करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था. इस साल जून 2025 में 9,696.53 करोड़ रुपये राज्य कर के रूप में प्राप्त हुए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 9,483.18 करोड़ रुपये था.
- जीएसटी से इस बार 6,645.52 करोड़ रुपये मिले, जो पिछले साल के 6,656.54 करोड़ रुपये से कुछ कम हैं.
- वैट से इस बार 3,051.01 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई, जो पिछले साल जून के 2,826.64 करोड़ रुपये से अधिक है.
आबकारी से राजस्व में जबरदस्त उछाल
- शराब, भांग और बीयर की बिक्री ने सरकार की कमाई में अहम योगदान दिया.
- जून 2025 में आबकारी से 4,458.23 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
- पिछले वर्ष इसी महीने यह आंकड़ा 3,432.01 करोड़ रुपये था.
- यानी इस बार 1,026.22 करोड़ रुपये की सीधी बढ़ोतरी हुई है.
- इस उछाल ने सरकार की कर राजस्व प्राप्तियों में कमी की भरपाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन से मामूली बढ़ोतरी
स्टांप एवं निबंधन विभाग से भी इस बार थोड़ा अधिक राजस्व मिला है:
- जून 2025 में 2,666.25 करोड़ रुपये प्राप्त हुए,
- जबकि पिछले साल जून में यह आंकड़ा 2,510.31 करोड़ रुपये था.
- इस तरह लगभग 156 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई.
परिवहन विभाग की आय में गिरावट
परिवहन विभाग से सरकार को इस साल कम राजस्व प्राप्त हुआ:
- जून 2024 में जहां 1,126.10 करोड़ रुपये आए थे,
- वहीं इस बार केवल 830.15 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
- यह लगभग 296 करोड़ रुपये की गिरावट को दर्शाता है.
- खनिज और भू-तत्व विभाग में भी कमी
- भू-तत्व एवं खनिकर्म विभाग का प्रदर्शन भी इस बार कमजोर रहा.
- पिछले वर्ष जून में 373.13 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था,
- जबकि इस बार यह घटकर 331.80 करोड़ रुपये रह गया.
- इस तरह इसमें करीब 41 करोड़ रुपये की कमी देखी गई.
पहली तिमाही का लक्ष्य अब भी अधूरा
राज्य सरकार ने अप्रैल से जून की पहली तिमाही में कुल 72,620.18 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक केवल 54,186.64 करोड़ रुपये की प्राप्ति हो सकी है.
यह कुल लक्ष्य का केवल 74.6% है, यानी सरकार अभी भी लगभग 18,434 करोड़ रुपये पीछे है.
आबकारी विभाग ने किया 98.8% लक्ष्य पूरा
- राज्य के आबकारी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने जानकारी दी कि जून 2025 तक आबकारी विभाग का तय लक्ष्य 14,400 करोड़ रुपये था.
- प्राप्ति रही 14,228.92 करोड़ रुपये
- यह लक्ष्य का 98.8 प्रतिशत है, जो कि एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
- इस प्रदर्शन से साफ है कि सरकार की उम्मीदें आबकारी क्षेत्र से पूरी होती नजर आ रही हैं.