बैंकिंग सेक्टर में फिक्स डिपाजिट की ब्याज दरें काफी कम हो गई है। इसके पीछे की वजह यह है कि रिजर्व बैंक में रेपो रेट में एक फीसदी की कटौती है, जिससे बैंकों को ब्याज दरें घटाने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि पोस्ट ऑफिस के मुकाबले बैंक एफडी में कम ब्याज दर मिल रहा है। हम आपको बता रहे हैं ।भारतीय स्टेट बैंक सहित कुछ बेंकों और पोस्ट ऑफिस के कुछ स्कीम में कहां सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है।
बता दें कि पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम सरकार के द्धारा समर्थित होती है, पैसा सुरक्षित रहता, रिटर्न भी खास होता है। जिससे निवेशकों का भरोसा सिर्फ अब पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम पर है, खास बात तो यह है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर बैंक एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज पा सकते हैं।
इस वजह से बैंक ने घटा दी एफडी पर दरें
दरअसल इस साल के शुरुआत में RBI ने रेपो रेट में 100 बेसिस प्वाइंट 1% की कटौती कर दी है, जिससे देश की लगभग सभी बैंकों ने FD पर ब्याज दरें घटाई है। लोगों के लिए खास बात को यह कि जुलाई से सितंबर 2025 तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरों में पहले जैसी है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम्स इंटरेस्ट रेट
पोस्ट ऑफिस की ओर लोगों को झुकाव कम देखा गया है, हालांकि रिटर्न के मामले में तो बैंकों को पीछे छोड़ दिया है, जिससे यहां पर पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम पर ब्याज दरें जान सकते हैं।
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम में 7.5% का ब्याज मिल रहा है।
- नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में भी ब्याज दर 7.7% है।
- सीनियर सिटीजन के लिए सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) में उन्हें सबसे ज्यादा 8.2% ब्याज मिलता है।
SBI सहित इन बैंकों की ब्याज दरें
यदि हम हम बैंकों की एफडी से पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम की तुलना करें तो वहां ब्याज दरें थोड़ी कम हैं। जिससे यहां पर कुछ बैकों के एफडी रेट जान सकते हैं।
- SBI की 5 साल की एफडी पर आम नागरिकों को 6.3% और सीनियर सिटीजन को 6.8% ब्याज दर मिल रहा है।
- आईसीआईसीआई बैंक आम लोगों को 6.6% और सीनियर सिटीजन को 7.1 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।
- पंजाब नेशनल बैंक एफडी पर आम नागरिकों को 6.5% और सीनियर सिटीजन को 7 % ब्याज दे रहा है।
- एचडीएफसी बैंक 5 साल की एफडी पर आम लोगों को 6.4 फीसदी और सीनियर सिटीजन को 6.9 फीसदी से ब्याज दे रहा है।