लाडली बहन योजना मध्य प्रदेश के लोकप्रिय और महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। योजना का लाभार्थी महिलाओं के खाते में हर महीने 1250 रूपये की राशि ट्रांसफर की जाती है। जनवरी में मुख्यमंत्री ने शाजापुर से लाडली बहन योजना के तहत महिलाओं के खाते में20वीं किस्त जारी की थी।
3 हजार 576 महिलाएं योजना से बाहर हो गई है
लेकिन इस बार 3 हजार 576 महिलाएं योजना से बाहर हो गई है । 1 जनवरी को महिलाओं की उम्र 60 साल से ज्यादा हो गई जिसके चलते योजना से78O नाम हटा दिया गया है की कि3 हजार 576 महिलायें अब सरकारी लाडली बहन नहीं रही उन्हें वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन करना होगा। नाम हटने से सीएम हेल्पलाइन में लाडली बहनों की शिकायतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि जिनके नाम हटाए गए हैं, वे शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले लाडली बहन योजना का रजिस्ट्रेशन होता है
दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले लाडली बहन योजना का रजिस्ट्रेशन होता है। इस योजना का लाभ और महिलाओं को मिला जिनके परिवार कि आय ढाई लाख रूपए है। दूसरी चरण में महिलाओं को लाडली बहन योजना में जोड़ा गए जिनके पति के नाम ट्रैक्टर थे। शहर समेत जिले में 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं का आवेदन आए थे। जनवरी 2024 में बड़ी संख्या में महिला योजना से बाहर हो गयी थी क्योंकि उनकी उम्र 60 साल से ऊपर हो गई। जनवरी 2025 में बड़ी संख्या महिलाएं बाहर होगी क्योंकि उनके आधार कार्ड में महिलाओं की उम्र 1 जनवरी है।
1 जनवरी 2024 में 3576 महिलाएं 60 साल की हो गई
इसके चलते जब जन्म उनकी उम्र 60 के ऊपर थी तभी योजना से बाहर होगी उनके खाते में पैसा नहीं आया है। आधार में दर्ज जन्मतिथि के आधार पर वे बाहर हो गई हैं। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में आधार बनाने के लिए कैंप लगाए गए थे। आधार फॉर्म में जन्मतिथि अनिवार्य है लेकिन अब ऑनलाइन आवेदन किया गया तो ऑपरेटर ने जन्मतिथि अनिवार्य है लेकिन जब 1 जनवरी की तारीख लिख दी गई 1 जनवरी की तारीख लिखने 1 जनवरी 2024 में 3576 महिलाएं 60 साल की हो गई। 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता है । जिसके कारण में लाडली से वंचित रह गई। 413 महिलाएं को स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ने की बात की गई अभी महिलाओं की शिकायत है कि उन्होंने कहीं आवेदन ही नहीं किया फिर नाम कैसे हट गया। योजना के लाभ लेने के लिए सीएम हेल्पलाइन में दोबारा शिकायतकी गई है।