हिंदू धर्म में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का विशेष महत्व है । जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को मनाया गया जिसके बाद राधा अष्टमी का पर बुधवार 11 सितंबर 2023 को मनाया जाएगा। इस दिन राधा रानी की विशेष विधान विधि विधान से पूजा करने के बाद कुछ खास चीजों का भोग लगाया जाता है। राधा रानी के भोग में अगर आप उनकी पसंद की चीजों को शामिल करते हैं तो राधा रानी प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि प्रदान करती हैं।
राधा रानी का भोग
राधा अष्टमी के दिन राधा रानी को रबड़ी का भोग लगाया जाता है। जैसे कि माना जाता राधा रानी को रबड़ी बहुत प्रिय है। ऐसा करने से किशोर जी प्र्शन्न होती है।
मालपुआ भोग
राधा अष्टमी के दिन किशोर जी को मिठाई के रूप में मालपुए भोग लगाए हो सकता है। मान्यता है कि राधा रानी को मालपुआ का भोग लगाने से घर में चल रहा क्लेश दूर होता है और घर में सुख समृद्धि आती है।
पान का भोग
राधा अष्टमी के दिन राधा रानी को पान के बीड़े का भोग लगाए । कहते हैं कि पान का बिरहा श्री कृष्ण का बहुत प्रिय है इसलिए किशोरी जी का भी प्रिय माना जाता है।
पंचामृत भोग
पंचायत दूध , दही , शहद और गंगाजल को मिलाकर बनाया जाता है। पंचामृत भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी को भी बहुत प्रिय है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण भगवान राधा अष्टमी के दिन किशोरी जी का पंचामृत का भोग लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है।