हिंदू धर्म में ना सिर्फ भगवान बल्कि पेड़ पौधों को भी देव तुल्य माना जाता है और उनकी पूजा करने का प्रावधान है। ऐसे ही पेड़ों में पीपल का पेड़ भी शामिल है। जिसके सामने दीपक जलाकर हजारों श्रद्धालु मन की मुरादे मांगते हैं। मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर दीपक जलाने से बाधाएं दूर होती है। लेकिन एक छोटी सी गलती आपके परिणाम को उल्टा भी कर सकती इसलिए पीपल के पेड़ पर दीपक जलाने से पहले कुछ नियमों को जान लेना बहुत जरूरी होता है।
पीपल के निचे दीपक जलाने के नियम समय का रखें ध्यान
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने का समय बहुत मायने रखता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीपल के पेड़ के पास सुबह और शाम के समय दीपक प्रचलित करना बेहद शुभ माना जाता है। इसमें से किसी भी एक समय में दीपक प्रज्वलित करना बेहद शुभ माना जाता है। पेड़ की सात बार परिक्रमा भी करनी चाहिए ऐसा करने से माना जाता है शनि देव भी प्रश्न होते हैं।
कब ना लगाए दीपक
शाम को दीपक लगाने का समय चूक गए हो तो रात में दीपक लगाने की गलती ना करें। कहते हैं कि जो लोग रात में पीपल के पेड़ के पास दीपक लगाते हैं उनके मुताबिक परिणाम नहीं मिलते इसलिए ये समय अनुकूल नहीं माना जाता है।
दीपक जलाने का सिर्फ समय ही चुनना काफी नहीं है सही दिन का चुनाव करना भी जरूरी माना जाता है। पीपल के पास दीपक जलाने का सही दिन गुरुवार या फिर शनिवार ही माना जाता है।
किस तेल से जलाएं दीपक
पीपल के पेड़ के पास जब भी दीपक जलाये तो कोशिश करें कि उसमें सरसों के तेल का ही उपयोग करें। वैसे आप किसी भी तेल से दीपक प्रज्वलित कर सकते हैं लेकिन शनिवार के लिहाज से सरसों का तेल उपयुक्त माना जाता है।