प्यार में एक बार चोट खाने के बाद उसी इंसान दोबारा भरोसा करना आसान नहीं होता। ऐसे में रिश्ते को दोबारा मौका का देने का फैसला दिल से ज्यादा दिमाग से लेना चाहिए ताकि बार आप दर्द का शिकार में ना बने।
मैं बदल गया/गई हूं, अब सबकुछ अलग होगा!”
“इस बार मैं तुम्हें कभी दुखी नहीं करूंगा/करूंगी!”
“हमारा रिश्ता दूसरा मौका डिजर्व करता है!”
अगर आपका EX ब्रेकअप के बाद कुछ इसी तरह की बातें कहकर वापसी की कोशिश कर रहा है तो जरा रुकिए ,क्या वाकई वो बदल गए है ये या फिर सिर्फ एक और धोखा सबूत होगा।
अगर आप कन्फ्यूज है की अपने केस को वापस जिंदगी में जगह दे या नहीं तो इन संकेतो से मिनटों में पहचाने क्या वह सच में बदल गया है
क्या वह सच में बदल गया है।
क्या उसने अपनी गलतियों को स्वीकार किया है।
अगर आपका एक वापस आने की बात कर रहा है तो सबसे पहले देखी कि क्या उसने अपने पुराने मेंव्यवहार और गलतियों को पूरी ईमानदारी से स्वीकार किया है।
अगर उसने सच्चे दिल से अपनी गलतियों को माना है और उन्हें सुधारने का प्रयासकिया है तो या पॉजिटिव साइन है।
लेकिन अगर वह पुरानी बातें टालता है खुद को सही साबित करने में लगा रहता है और आपका ही दोष देता है तो यह रेड फ्लैग है ।
क्या वह पहले से मैच्योर हो गया है
किसी भी रिश्ते में फिर से मौका देने से पहले देखना जरूरीहै की क्या आपका एक्स पहले से ज्यादा समझदार और जिम्मेदार बन चुका है। अगर वह अपनी जिम्मेदारियां को समझने लगा है अपने फैसलों की प्रति गंभीर है और आपके साथ एक बेहतर भविष्य की प्लानिंग कर रहा है तो ये अच्छा संकेत है।
लेकिन अगर वह भी ऐसे ही बचकाने रवैये में है ,अपने जीवन में कोई स्थिरता नहीं है तो फिर इस रिश्ते में आने का कोई फायदा नहीं है।
क्या इस बार को सच में बदलाव लाने के लिए तैयार है
रिश्ते में सिर्फ मीठी बातें और वादे ही नहीं काफी होते है असली चीज होती है बदलाव ,अगर आपका एक्स पुरानी बातें दोहरा रहा Hहै लेकिन असल में कुछ बदलने के लिए तैयार नहीं है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है।
अगर वह अपनी गलती को सुधारने के लिए सच में मेहनत कर रहा है अपने शब्दों को नहीं बल्कि अपने कामों से साबित कर रहा है तो उसका दूसरा मौका देना ठीक हो सकता है। लेकिन अगर सिर्फ माफी मांग कर और प्यारी वाली बातें पर करके आपको मनाने की कोशिश कर रहा है तो यह संकेत है की वह पहले की तरह ही है।
क्या रिश्ते में इस बार बराबरी होगी
रिश्ते में सबसे जरूरी चीज होती है इज्जत और बराबरी। अगर पहले से रिश्ते में सिर्फ आप ही समझौते कर रहे थे या सिर्फ आप ही एडजेस्ट कर रहे थे देखना जरूरी क्या इस बार भी रिश्ते को बैलेंस बनाने के लिए तैयार है।
अगर वह आपकी भावनाओं की कदर करता है आपके विचारों और जरूरत को समझने की कोशिश करता है तो यह रिश्ता बेहतर हो सकता है। लेकिन अगर अब भी सिर्फ अपने बारे में सोच रहे हैं आपकी भावनाओं को अहमियत नहीं दे रहा है तो इस रिश्ते में वापसी न करना ही बेहतर होगा ।
क्या सच में आप उसे माफ कर पाए है ?
सबसे जरूरी सवाल है क्या सच में आप उसे दिल से माफ कर पाए सिर्फ अकेलेपन या भावनाओ के बहाव में बहकर किसी दूसरे को मौका देना नहीं होता।
अगर आप सच में उसके साथ फिर से एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार है पुरानी बातों को बुलाकर आगे बढ़ सकते हैं तो रिश्ता एक और मौका डिजर्व करता है।
लेकिन अगरआपको भी अपनी पुरानी गलतियां याद आती है और दिल में गुस्सा है दर्द है तो खुद को तकलीफदेदेने से कोई मतलब नहीं है।