पीरियड्स के कुछ दौरान कुछ महिलाओं को कम या कुछ ज्यादा ब्लीडिंग होती है पीरियड्स के कुछ दौरान कुछ महिलाओं को कम या कुछ ज्यादा ब्लीडिंग होती है आमतौर पर सामान्य माना जाता है लेकिन हर महीने लगातार हैवी ब्लीडिंग होने पर सतर्क रहना जरूरी हो जाता है। क्योंकि यह कुछ बीमारियों का साइन भी हो सकते हैं। गाइनेकोलॉजिस्ट की माने तो हर महीने 30 से 60 मिली लीटर 6 से 8 चम्मच के बीच ब्लीडिंग सामान्य होता है जबकि 80 मिलीलीटर से अधिक को हैवी ब्लीडिंग कहा जाता है। आपके पीरियड्स कैसा है। इसका पता लगाने के लिए आप उपयोग किए जाने वाले पेड या टेम्पोन की संख्या को गिन सकती है।
हर एक से 2 घंटे में पेड या टेम्पोन बदलना या मेंस्ट्रुअल कप को खाली करने हैवी ब्लीडिंग का संकेत है। अगर आपको हैवी ब्लीडिंग हो रही है तो गायकोलॉजिस्ट से जरूर मिले हैवी ब्लीडिंग कुछ बीमारियों का संकेत हो सकते हैं जिससे हम आपके यहां बता रहे हैं।
कैंसर
शुरुआती स्टेज में सर्वाइकल कैंसर भारी ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं। डॉक्टर की माने तो सेक्स के बाद ,पीरियड्स के बीच में मेनोपॉज के बाद ,हैवी ब्लीडिंग होना सर्वाइकल कैंसर लक्षण हो सकते हैं । अन्य लक्षणों में आपकीयोनि स्राव में परिवर्तन और आपके पीठ के निचले हिस्से में ,आपके कूल्हे की हड्डियों के बीच या आपके पेट के निचले हिस्से में दर्द शामिल है।
पेरिमेनोपॉज़
यदि आपकी उम्र 40 के आसपास और आप दिखती है कि आपकी पीरियड्स में बदलाव हो रहा है तो आप पेरिमेनोपॉज से गुजर रही है। इसका मतलब यह हो सकता है कि आपकी पीरियड्स अधिक अनियमित है। लेकिन हार्मोन किस तरह बदलाव के कारण हैवी ब्लीडिंग का कारण बन सकता है।
फाइब्रॉएड
फाइब्रॉएड गैर कैंसरयुक्त की बढ़ोतरी है जो ओवरी में या उसके आसपास विकसित होती है हालाँकि इसका होना सामान्य है। लगभग तीन में से एक महिला में किसी ने किसी समय विकसित होता है। फाइब्रॉएड हैवी ब्लडिंग की वजह बन सकती है ,क्योंकि यह ओवरी को सिकुड़ने से रोक सकती है और मासिक धर्म को धीमा कर सकती है और उन्हें लंबा कर सकती है।
एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस एक सामान्य लेकिन अपेक्षाकृत अज्ञात स्वास्थ्य स्थिति है जो मासिक धर्म में दर्द से जुड़ी होती है। यह यूके में 10 में से एक महिला को प्रभावित करते हो जिससे पीड़ित है। उन पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है ये आमतौर पर यानी अंडाशय के आसपास फैलोपियन ट्यूब में या गर्भ के बाहर होता है। इसलिए पीरियड के दौरान काफी दर्द होता है यह प्रजनन क्षमता पर भी असल डालता है। एंडोमेट्रियोसिस के कारण अंडे पर सिस्ट बन सकते हैं कई बार सिस्ट घातक रूप में ले लेता है। ।