इस ट्रेन में लगभग 1,128 यात्री सफर कर पाएंगे. इस ट्रेन में AC फर्स्ट क्लास, AC 2-टियर और AC 3-टियर कोच होंगे. इस ट्रेन में सेंसर एक्टिव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे लगाए गए हैं. साथ ही टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट और टॉक-बैक यूनिट लगाई गई है.
वहीं, फर्स्ट क्लास कूपों में अपर बर्थ तक आसानी से पहुंचने के लिए सीढ़ियां और फ्लाइट-स्टाइल अटेंडेंट बटन दिए गए है. इस ट्रेन में हादसों से बचने के लिए ‘कवच’ और एंटी-क्लाइम्बिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है.
साथ ही इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री और दिव्यांगों के अनुकूल बर्थ व टॉयलेट्स उपलब्ध करवाएं जा रहे है. वंदे भारत स्लीपर में AC फर्स्ट क्लास कोच में पहली बार हॉट वॉटर शॉवर की सुविधा दी जाएगी, जो भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार होगा.
Vande Bharat Sleeper : ट्रेन में हर रोज लाखों लोग सफर करते है. हर दिन यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. रेलवे अपने यात्रियों को कोई न कोई नई सुविधा देती है. हाल ही में रेलवे अपने यात्रियों को एक बड़ा तौहफा देने जा रही है.
आप सभी को पता है कि भारतीय रेलवे वंदे भारत स्लीपर ट्रेन तैयार कर रहा है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है. ये ट्रेन भारतीय रेलवे के सेमी हाई-स्पीड होगी. हाल ही में रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अगले महीने यानी सितंबर में लॉन्च की जाएगी.
अब यात्रियों को लंबे सफर पर जाते समय किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडिशन्ड ट्रेन होगी. इस ट्रेन को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाया जा रहा है. इस ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे.
इस ट्रेन में लगभग 1,128 यात्री सफर कर पाएंगे. इस ट्रेन में AC फर्स्ट क्लास, AC 2-टियर और AC 3-टियर कोच होंगे. इस ट्रेन में सेंसर एक्टिव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे लगाए गए हैं. साथ ही टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट और टॉक-बैक यूनिट लगाई गई है.
वहीं, फर्स्ट क्लास कूपों में अपर बर्थ तक आसानी से पहुंचने के लिए सीढ़ियां और फ्लाइट-स्टाइल अटेंडेंट बटन दिए गए है. इस ट्रेन में हादसों से बचने के लिए ‘कवच’ और एंटी-क्लाइम्बिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है.
साथ ही इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री और दिव्यांगों के अनुकूल बर्थ व टॉयलेट्स उपलब्ध करवाएं जा रहे है. वंदे भारत स्लीपर में AC फर्स्ट क्लास कोच में पहली बार हॉट वॉटर शॉवर की सुविधा दी जाएगी, जो भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार होगा.