नई दिल्ली: बर्मिंघम के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच एक रोमांचक स्थिति में पहुंच चुका है। पहले दो दिन भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी ताकत दिखाई, जिसमें कप्तान शुभमन गिल ने शानदार 269 रनों की पारी खेलकर टीम का स्कोर जबरदस्त स्तर तक पहुंचाया। गिल की इस पारी ने भारतीय टीम को मजबूत आधार दिया, जिससे मैच पर उनका दबदबा कायम रहा।
तीसरे दिन इंग्लिश टीम ने वापसी की कोशिश की, लेकिन मोहम्मद सिराज की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारत की मजबूती को और बढ़ा दिया। इंग्लैंड की शुरुआत बेहद कमजोर रही और टीम के आधे खिलाड़ी मात्र 84 रन पर पवेलियन लौट गए। हालांकि, इसके बाद जेमी स्मिथ (नाबाद 184) और हैरी ब्रूक (158) ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए छठे विकेट के लिए 303 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी ने भारतीय टीम पर थोड़ा दबाव बनाया, लेकिन सिराज ने लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर इंग्लैंड की उम्मीदों को तोड़ दिया।
सिराज ने इस पारी में 19.3 ओवर में 70 रन देकर 6 विकेट चटकाए, जो बुमराह के न होने के बावजूद टीम इंडिया के लिए एक बड़ी जीत की वजह बनी। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने टीम को पहली पारी में 180 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। मैच के अंत में सिराज ने कहा कि यह उनके करियर का अविश्वसनीय अनुभव था और वह लंबे समय से इस तरह की गेंदबाजी का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने पिच की धीमी प्रकृति का हवाला देते हुए कहा कि निरंतर एक जैसी लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करना और धैर्य बनाए रखना बेहद जरूरी था।
बुमराह की गैरमौजूदगी में गेंदबाजी का दबाव लेने को सिराज ने चुनौती और जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार किया। उनका मानना है कि टीम की जरूरतों को समझते हुए वह हमेशा अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अब भारत की नजर दूसरी पारी में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने और इंग्लैंड को बड़ा लक्ष्य देने पर होगी ताकि मैच में अपनी पकड़ और मजबूत कर सके।