बच्चे जब बाहर आते हैं तो किसी भी चीज को लेकर तो किसी दूसरी चीज को लेकर हाथ पैर पटकना शुरू कर देते और चिल्लाने लगते हैं। ऐसे में बच्चों को किस तरह संभाला जाए यह माता-पिता के लिए मुश्किल हो जाता है। पेरेंट्स को समझ नहीं आता की किस तरह बच्चों को चुप कराया जाए। सभी के सामने होने वाली शर्मिंदगी से बचा जाए। यहां उन पेरेंट्स के लिए कुछ आम से सुझाव दिए जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर में बच्चो के सार्वजनिक जगहों पर नजर आने वाली टेंट्रम्स से निपट सकते हैं। उन्हेंव स्थिति को संभाल सकते हैं।
सार्वजनिक जगहों पर बच्चो के टेंट्रम कैसे हैंडल करें
बच्चे पर ध्यान दे पब्लिक पर नहीं
अक्सर माता -पिता यह भूल जाते हैं कि बच्चे की भावनाओं पर ज्यादा ध्यान देना है लोग क्या सोच रहे हैं इस पर नहीं। बच्चा क्या सोच रहा है क्यों इस तरह का व्यवहार कर रहा है किस तरह समझाया जा सकता हूं। उन चीजों पर ध्यान दें।
कंफर्टेबल फील करने की कोशिश करें
बच्चा जब रोने बिलखने लगे तो उसे प्यार से समझाने की कोशिश करें। बच्चों को गले लगा कर उन्हें चुप करें। बच्चों को समझाएं कि उसे जो चीज चाहिए उसे दिलाने की कोशिश की जाएगी पर अभी चुप होना अच्छा फील करना जरूरी है।
बच्चे पर चिल्लाये नहीं
पब्लिक प्लेस में जब बच्चा रोना चिल्लाने लगे तो उसके माता-पिता को चिल्लाने या डांटने की बजाय अपनी आवाज में संयम रखने की जरूरत होती है। बच्चों से प्यार से बात की जाए तो बच्चे का रोना चुप हो जाता है।
बाहर ले जा सकते है
जब बच्चा बहुत ज्यादा जिद करने लगे और कोई तरीका काम ना आये तो बच्चे को बाहर लेकर जाए और सार्वजनिक जगह से निकाल ले आप बाहर जाकर कहीं अकेले पर जाकर बच्चों कोसमझाने की कोशिश करे हालांकि सख्ती से काम ना ले। प्यार सेसमझाने की कोशिश करें।