वास्तु शास्त्र में ऐसी बहुत सी बातों का उल्लेख मिलता है जिनका अपना आकर जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाई जा सकती है। यहां पर लगाए गए सभी प्रकार की वस्तुओं का नकारात्मक एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप अपने घर के मुख्य द्वार की सजावट किस तरह से करते हैं और वहां पर किस प्रकार के रंगों का प्रयोग करते हैं इसी घर का अच्छा या बुरा तय होता है इस वीक में हम बात करेंगे नेम प्लेट की इसको किस दिशा में और कैसे लगाना चाहिए।
ज्योतिष में इससे जुड़ी कई बातें हैं।
ऊँचे स्थान पर लगाए नेम प्लेट
नेम प्लेट हमेशा ऑफिस के प्रवेश द्वार के पास उच्च स्थान पर लगाने चाहिए। दरवाजे की ऊपरी भाग या दीवार के कोने के पास नेम प्लेट लगानी चाहिए। नेम प्लेट को हमेशा नॉर्थ और ईस्ट में स्थापित करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
नेम प्लेट की सफाई करें
घर के बाहर लगे नेम प्लेट की लगातार सफाई होनी चाहिए इस पर धूल ,मिट्टी या मकड़ी के जले नहीं लगने देना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और दुर्भाग्य की प्राप्ति होती है।
नेम प्लेट का आकार
वस्तु के अनुसार नेम प्लेट हमेशा वृताकार ,त्रिकोण और विषम आकृति की बनवाना चाहिए। इसे घर के लिए अच्छा माना जाता है। नेम प्लेट में कभी भी छेद नहीं करना चाहिए इसमें घर नकारात्मकता ऊर्जा आने लगती है।
नेम प्लेट टूटी ना हो
यदि आपके घर में लगी हुई नेम प्लेट टूट गई है या फिर उसकी पोलिस उतर गई है तो इसे तुरंत बदल देना ही उचित होगा। आप चाहे तो नेम प्लेट के ऊपर रोशनी के लिए एक छोटा सा बल्ब लगा सकते हैं। हमेशा इस बात का ध्यानरखे की नेम प्लेट के पीछे मकड़ी ,छिपकली या चिड़िया का वास नहीं होना चाहिए। और यह सदैव साफ सुथरी होनी चाहिए।
नेम प्लेट का रंग
रंग भी बहुत मायने रखता है नेम प्लेट का रंग घर के मुखिया की राशि के अनुसार ही होना चाहिए। आप चाहे तो नेम प्लेट पर पानी और भगवान गणेश क्या आकृति बना सकते हैं या फिर स्वास्तिक का चिन्ह भी बना सकते हैं इससे परिवार में खुशी का आगमन होता है।