फोन का चार्जर बढ़ता है कितने आपके बिजली बिल के ,यहा समझे पूरा गणित

Saroj kanwar
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आज के समय मेंस्मार्ट फोन हमारी जिंदगी कासबसे अहम् हिस्सा बना चुका है। हम सुबह उठते ही सबसे पहले फोन देखते है और रात को सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है जिस फोन का इस्तेमाल करते हैं उसे चार्ज करने में कितनी बिजली बजे खर्च होती है उससे आपकी बिजली पर पर क्या असर पड़ता है। आईए जानते है इस सवाल का जवाब।

बिना र्जिंग की नहीं चलेगा आप फोन स्मार्टफोन।

स्मार्ट फोन भले ही कितने एडवांस फीचर्स से लैस हो लेकिन अगर उसकी बैटरी चार्ज नहीं है वह किसी ईंट या पत्थर से कम नहीं है। यानि फोन को काम लेने के लिए रिचार्ज करना जरूरी है। वैसे कई लोग दिन में एक या दो बार फोन चार्ज करते लेकिन बहुत ही कम लोग इस बात पर ध्यान देते कि चार्ज में कुल कितनी बिजली खर्च होती है और इससे आपकी बिजली बिल से क्या रिश्ता है।

औसतन कितना खर्च करता है स्मार्टफोन चार्ज करना

एक सामान्य स्मार्टफोन को फुल चार्ज करने से औसतन 5 से 8 घंटे बिजली की खपत होती है। यह आंकड़ा इस बात पर भी निर्भर करता है की आपके फ़ोन में कितनी बड़ी बैटरी है और आप कौन सा चार्जर इस्तेमाल कर रहे हैं। उदारहण के लिए अगर आपके फ़ोन में 4000 से 5000 mAh की बैटरी है तो उसे एक बार चार्ज करने में करीब 5 से 6 वॉट तक बिजली चलेगी।

महीने में कितने बिजली खर्च होती है फोन चार्जिंग में

अगर आप रोजाना अपने फोन को एक बार फिर से चार्ज करते हैं तो महीने भर में आपका फोन चार्जिंग से से कुल 0.15 यूनिट तक बिजली खर्च होती है । कुछ मामलो में अगर आप दिन में दो बार चार्ज करते हैं तो यह आंकड़ा 0.30 यूनिट तक जा सकता है।

क्या होती है बिजली यूनिट

बिजली में यूनिट का मतलब होता है एक किलो वाट घंटे यानी अगर कोई 1 घंटे में 4 वॉट बिजली खर्च करता है तो यह यूनिट खर्च मानी जाती है अब जब एक फोन को चार्ज करने में औसतन 5 से 6 वाट लगते हैं तो पूरे महीने में यह खपत 0.15 यूनिट के आसपास हो सकती है।

अब सवाल उठता है की 0.15 यूनिट बिजली का मतलब कितने रुपए ? भारत में अलग-अलग राज्य में बिजली की दरे अलग-अलग है। लेकिन औसतन 1 यूनिट की कीमत 6 से 8 रुपए के बीच होती है । अगर हम औसतन ₹7 प्रति मिनट की दर सेमाने तो एक स्मार्टफोन को महीने भर में चार्ज में करीब 1 से 1.5 रुपये का खर्च आता है।

जी हां सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन सच यही है कि आपके पूरे महीने की फोन चार्जिंग को खर्च दो रुपए से भी कम होता है।

तेज चार्जर और बड़ी बैटरी में क्या असर होता है ?

आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करते हैं ।फास्ट चार्जर जैसे 18 वॉट, 33 वॉट या 65 वॉट के चार्जर थोड़ी ज्यादा बिजली खपत कर सकते हैं, लेकिन इनसे भी आपकी कल महीने की कुल खपत में कोई बड़ा बदलाव नहीं आता है। हां ,अगर आप बार-बार चार्ज करते हैं मोबाइल गेमिंग और वीडियो स्ट्रीमिंग ज्यादा करते हैं तो आपको फोन ज्यादा बार-बार चार्ज करना पड़ेगा जिससे सालाना खर्च थोड़ा बढ़ सकता है।

फोन चार्जिंग में खर्च नहीं, बैटरी हेल्थ का रखें ध्यान


हालांकि बिजली की खपत के लिहाज से स्मार्टफोन चार्जिंग बहुत ही मामूली खर्च है। लेकिन ज्यादा बार चार्जिंग करने से आपकी बैटरी की उम्र कम हो सकती है. इसलिए बैटरी की सेहत बनाए रखना ज्यादा जरूरी है। बेहतर होगा कि आप बैटरी को 20% से नीचे और 90% से ऊपर चार्ज न करें और समय-समय पर फोन की बैटरी हेल्थ चेक करते रहें।

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