Home Loan EMI : 40 साल की उम्र में लोन लेने में आती है ये मुश्किलें ,यहां जाने लोन लेने से पहले ये बातें

Saroj kanwar
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अगर आप होम लोन के बारे में विचार कर रहे हैं तो हम लोन से पहले हमको कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए। आमतौर पर जब भी आप किसी फाइनेंशियल इंडस्टिटूशंन में होम लोन लेने के लिए जाते हैं तो बैंक आपको लोन का भुगतान करने के लिए निश्चित अवधि का समय देता है। ऐसे में अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो इस अवधि का समय देता है। ऐसे में अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो आपके लिए लोन का भुगतान करना मुश्किल हो जाता है। यहां जाने 40 साल से ज्यादा उम्र होने पर आपको होम लोन लेने के लिए किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है।

अवधि को लेकर इस बात का ध्यान रखें

आमतौर पर जब भी आप होम लोन लेने जाते हैं तो बैंक आपको अधिकतम 30 साल तक के लिए लोन दिया जाता है। अगर आपकी उम्र 40 साल या फिर इसे भी ज्यादा है और होम लोन लेने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आपको अपनी रिटायरमेंट की उम्र को ध्यान में रखते हुए बैंक आपको 30 साल तक की अवधि का ऑफर नहीं देता है। वहीं अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा और आपकी नौकरी पक्की है तो आप लोन चुकाने की अवधि रिटायरमेंट के बाद बढ़ाने के लिए लेंडर को राजी कर सकते हैं। वही आपकी कोशिश करनी चाहिए कि आपको लोन अधिकतम अवधि के लिए ही होती है।

ज्वाइंट होम लोन का कर सकते हैं चयन ।

अगर आप और आपका लाइफ पार्टनर दोनों ही कमाई कर रहे है तो आप दोनों एक साथ मिलकर भी होम लोन ले सकते हैं। इसकी वजह से आपका लोन के अमाउंट को लेकर पात्रता भी बढ़ जाती है। इसके अलावा आप पर ईएमआई का बोझ कम हो जाता है। पत्‍नी के को-एप्‍लीकेंट बनने से ब्‍याज दर कुछ कम लगेगी और आप ज्वाइंट होम लोन पर ज्यादा टैक्स को भी बचा सकते हैं।

बड़ा डाउन पेमेंट की कोशिश

अगर आप होम लोन का बहुत कम रखने के लिए एक बड़ी राशि में डाउन पेमेंट करते हैं तो इसकी वजह से सिर्फ EMI छोटी होती है बल्कि ब्याज कंपोनेंट भी कम हो जाता है। बड़ी राशि में डाउन पेमेंट करते वक्त आपको इस बात का ध्यान देना चाहिए कि इसकी वजह से आपका खुद पर कोई बोझ नहीं डालना चाहिए। मेडिकल और दूसरी इमरजेंसी के लिए अलग-अलग फंड्स का इस्तेमाल आपको डाउन पेमेंट के लिए नहीं करना चाहिए।

लंपसम रीपेमेंट करें

अगर अभी होम लोन की पेमेंट अवधि रिटायरमेंट के साथ ही खत्म हो जाती है तो यह आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसके लिए आप बोनस, ग्रेच्युटी या विरासत में मिली किसी पूंजी आदि से एकमुश्त रीपेमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास कहीं से एकमुस्त पैसा आ जाता है तो आप उसे राशि की एक मोस्ट रिपेमेंट कर सकते हैं लेकिन रिटायरमेंट का कॉर्पस का यूज होम लोन की रिपेमेंट करने से बचें।

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