हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमे दावा किया गया है की केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 62 साल कर दी है पोस्ट में कहा गया है की यह फैसला 1 अप्रैल 2025 से लागू कर कर्मचारियों को फायदा होगा। हालाँकि सरकार की ओर से इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया गया है । यहां जानते इस वायरल खबर की हकीकत।
वायरल पोस्ट में क्या कहा गया है?
वायरल पोस्ट के अनुसार ,केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट 2 साल की बढ़ोतरी की मंजूरी दी है। दावा किया गया है इस फैसले से
अनुभवी कर्मचारियों का कार्यकाल बढ़ेगा ,जिससे उनके अनुभव का लाभ देश को मिलेगा।
पेंशन भुगतान में देरी होगी जिससे सरकार का वित्तीय दबाव कम होगा।
प्रशासन में सुधार होगा और नए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का खर्चा भी घटेगा।
पोस्ट में यह भी लिखा गया है कि यह फैसला 1 अप्रैल 2025 से लागू हो जाएगा। इसके बाद रिटायर होने वाले सभी कर्मचारी 62 साल की उम्र तक रहेंगे।
PIB ने क्या कहा
भारत सरकार की प्रेस सूचनाब्यूरो ने इस खबर को फैक्ट चेक किया और इसे पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। PIB ने tweet कर कहा ,
PIB ने जनता से अपील की है BHRAMK खबरों को बिना सत्यापन के शेयर ना करें। सरकार ने अगस्त 2023 में लोकसभा स्पष्ट किया था कि केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट बढ़ाने का कोईप्रस्ताव विचारधीन नहीं है उस समय कार्मिक मंत्रालय ने साफ-साफ कहा था कि 60 वर्ष की सेवा नीति आयोग में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।