हालत ये है कि कई राज्यों में ₹1 के सिक्के के बारे में अफवाहें फैली है। दुकानदार से लेकर आम इंसान तक को ये सिक्का नहीं चाहिए इसकी बजाय 50 पैसे के सिक्के को लोग फेंकने लगे है। रिजर्व बैंक आफ इंडिया को इस मुद्दे पर लोगों को जागरूक करना पड़ा। यह बताना चाह रहे हैं कि खासकर उत्तर प्रदेश ,बिहार ,झारखंड जिस क्षेत्र में लोगों ने ₹1 की छोटे सिक्के को लेना बंद कर दिया है ।
4 से 5 साल से क्यों बंद किया है ये आरबीआई से जानने का समय है
लोगों इसे ना दुकानदार को देते हैं ना ही सिक्का लेते हैं ना लोग इसे किसी और से लेते है। चक्कर में लोग परेशान है लोग इसे ₹1 के सिक्के को लेना बंद कर दिया है लेकिन इस पर भी लोग 4 से 5 साल से क्यों बंद किया है ये आरबीआई से जानने का समय है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक निर्देश जारी किया है जिसे नोटिस भी कहा जाता जिसमे नोटिस भी कहा जाता है जिसमें कहा गया है कि देश में वर्तमान में चलन में मौजूद कोई भी सिक्का चाहिए वह ₹1 हो या 10 बंद नहीं किया गया है खास तौर पर ₹1 की छोटी सिक्के को तो बिल्कुल भी वापस नहीं लिया गया लोग इसका इस्तेमाल जारी रख सकते हैं । बैंकों में पैसे बदल सकते हैं और अगर कोई व्यक्ति या दुकानदार इन सिक्कों को लेने से मन करता है तो उसे जवाबदेह ठहराया जायेगा।
भारतीय मुद्रा का अपमान माना जाएगा और उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगा
ऐसा करने पर भारतीय मुद्रा का अपमान माना जाएगा और उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगा । लोगों को कैद में डाल दिया जा सकता है उन्हें जुर्माना भी दिया जा सकता है। हाल ही में कुछ लोगों ने इसकी शिकायत कर दी थी और इस पर आरबीआई ने कार्रवाई की। इसलिए अब हर किसी को इस तरह के फार्म से बचना चाहिए कि कोई भी नोट और सिक्का भारी है। अगर इसकी बंदोबस्ती होगी तो आपको सूचित किया जाएगा।