Haryana Rain Forecast :हरियाणा में प्री-मानसून की धीमी दस्तक, इस तारीख से शुरू होगा बारिश का दौर

Saroj kanwar
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Haryana Rain Forecast: हरियाणा में रविवार को प्री-मानसून बारिश को लेकर जो उम्मीदें थीं, वे पूरी तरह से नहीं साकार हो सकीं. मौसम विभाग द्वारा कई जिलों में तेज वर्षा का अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन अधिकतर स्थानों पर केवल बूंदाबांदी देखने को मिली. लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा.

अंबाला से गुरुग्राम तक फुहारें

रविवार को अंबाला, गुरुग्राम, झज्जर, नूंह, पंचकूला और सोनीपत जैसे जिलों में हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई. यमुनानगर में देर शाम तक सबसे अधिक 54 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो प्रदेश में दिन की सबसे प्रमुख बारिश रही. बाकी जिलों में बादलों की मौजूदगी तो रही, लेकिन बारिश न होने से लोग मायूस नजर आए.

बादलों ने गर्मी को कुछ हद तक रोका


प्रदेश में रविवार को बादल छाए रहने के कारण दिन के तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, रात के तापमान में अभी ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया. नमी भरी हवाएं और बिन बारिश के बादल दिनभर वातावरण में उमस बनाए रहे.


मौसम विभाग ने 26 जून तक पूरे हरियाणा में अलर्ट जारी किया


मौसम विभाग ने 26 जून 2025 तक पूरे प्रदेश में गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. हरियाणा मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार अगले 2-3 दिनों में असली प्री-मानसून बारिश देखने को मिल सकती है. इससे जहां गर्मी में राहत मिलेगी, वहीं कृषि कार्यों में तेजी भी आएगी


किसानों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है यह बारिश


राज्य के किसानों के लिए यह बारिश बेहद अहम मानी जा रही है. अगर 26 जून तक ठीक-ठाक वर्षा होती है तो धान की रोपाई, कपास और बाजरे की बुवाई जैसी गतिविधियों को गति मिलेगी. सूखे की चिंता कर रहे किसान भी कुछ राहत की सांस ले सकेंगे.


जून में सामान्य से सिर्फ 4% कम हुई है बारिश


मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 22 जून तक हरियाणा में 30.2 एमएम वर्षा दर्ज की गई है. जबकि सामान्य औसत 31.4 एमएम होता है. यानी मात्र 4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है, जो चिंता की बात नहीं मानी जा रही. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि प्री-मानसून की गतिविधियां अगले कुछ दिनों में तेज हो जाती हैं, तो जून का पूरा कोटा पूरा हो सकता है.


पश्चिमी विक्षोभ और मानसून की सक्रियता बनी वजह


हरियाणा में अब तक जो वर्षा हुई है. उसमें पश्चिमी विक्षोभ और प्री-मानसून सिस्टम की भूमिका रही है. ये गतिविधियां ही बादल और हल्की वर्षा लाने में सक्षम हुई हैं. हालांकि प्रमुख मानसूनी ट्रफ अभी पूरी तरह सक्रिय नहीं हुई है. जिससे तेज बारिश में देरी हो रही है.

आने वाले दिनों में कहां हो सकती है बारिश?


मौसम विभाग के अनुसार करनाल, कैथल, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, अंबाला और सिरसा में अगले 48 घंटों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक और जींद में भी हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं.

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