Haryana New Bypass: हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना शहर से एक सकारात्मक खबर सामने आई है. महम-जींद रोड पर स्थित पश्चिमी मिनी बाईपास, जो पिछले काफी समय से खस्ताहाल हालत में था, अब नए सिरे से बनाया जाएगा. निर्माण एजेंसी ने पुराने बिटुमिनस की परत हटाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे बाईपास निर्माण की प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है.
दो साल से लटका था बाईपास का प्रस्ताव
इस बाईपास का पुनर्निर्माण कार्य करीब दो साल पहले टेंडर के जरिए शुरू किया गया था. एजेंसी ने एक लेन पर बिटुमिनस लेयर बिछाकर काम की शुरुआत भी कर दी थी. लेकिन, बाद में संबंधित संशोधित प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया, जिसकी स्वीकृति में लंबा समय लग गया. स्वीकृति न मिलने से काम अधर में लटक गया और निर्माण रुक गया.
एक तरफ जर्जर, दूसरी तरफ बनी रही सवारी
जब एक लेन पर बिटुमिनस डाली गई थी, तब वह चालू स्थिति में रही. वहीं, दूसरी लेन धीरे-धीरे टूटकर खतरनाक स्थिति में पहुंच गई. बारिश और भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क की हालत और बिगड़ती चली गई, जिससे स्थानीय लोगों और राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ी.
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अब दोनों लेन का होगा नया निर्माण
अब जब प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है, तो निर्माण एजेंसी ने फिर से काम शुरू कर दिया है. जर्जर हिस्से की पुरानी परत को हटाया जा रहा है, और अगले एक महीने के भीतर लगभग 2 किलोमीटर लंबे इस बाईपास पर नई बिटुमिनस लेयर बिछाई जाएगी. इससे दोनों लेन एक जैसी और पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएंगी.
ट्रैफिक दबाव कम करने में सहायक होगा बाईपास
यह पश्चिमी मिनी बाईपास शहर के बाहरी वाहनों की मुख्य राह है. सोनीपत, गन्नौर, रोहतक और खरखौदा की तरफ से आने वाले वाहन यदि जींद, सफीदों, जुलाना या महम की ओर जाते हैं, तो इसी बाईपास से होकर गुजरते हैं. जर्जर सड़क की वजह से अब तक उन्हें शहर के भीतर से होकर निकलना पड़ता था, जिससे जाम की स्थिति बनती थी.
वाहन चालकों और आम लोगों को मिलेगी राहत
बाईपास का यह निर्माण केवल सड़क सुधार नहीं, बल्कि ट्रैफिक नियंत्रण का भी समाधान बनकर सामने आएगा. निर्माण पूरा होने के बाद न केवल यात्रा सुगम और सुरक्षित होगी, बल्कि शहर के अंदर ट्रैफिक दबाव भी काफी हद तक कम होगा. इससे स्थानीय व्यापार, आपात सेवाएं और परिवहन गति को बढ़ावा मिलेगा. “
बाईपास निर्माण से जुड़ी उम्मीदें
स्थानीय लोग इस परियोजना से काफी उम्मीदें लगाए बैठे हैं. लंबे समय से वे इसकी मांग कर रहे थे. अब जब निर्माण शुरू हो गया है, तो माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा और क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था में व्यापक सुधार लाएगा.