अगर आप उन कर्मचारियों में से एक हैं जो विदेश में जाकर काम करते हैं। जिससे भारतीय कंपनी आपको विदेश काम के लिए भेजती है। तो आपको जल्दी बड़ा फायदा मिलने वाला है। केंद्र सरकार ने कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के तहत मिलने वाला पैसा (जैसे पेंशन या ग्रेच्युटी) पर बड़ा फैसला किया है। कर्मचारियों के पीएफ पैसे को भारत में ही उनके पीएफ खाते में जमा किया जाएगा। कंपनियों को यह पैसा विदेश में नहीं भरना पड़ेगा।
भारत ने किया 22 देशों के साथ समझौता
सरकार के मुताबिक इस फैसले से करीब लाखों लोगों पर असर होगा। इस मामले पर भारत सरकार ने दुनिया के कई देशों के साथ समझौते किए हैं। सामने जानकारी के मुताबिक भारत सरकार ने अब तक 22 देश के साथ इस तरह का समझौता कर लिया है। जिससे उन देशों में काम करने वाले भारतीयों को यह लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। हाल के अपडेट में ब्रिटेन भी इसके लिए राजी हो गया है। ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड डील भी यह प्रावधान किया गया है।
सरकार ने कही बड़ी बात
तो वही इस मामले पर केन्द्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए कहा कि जब भी भारत किसी देश के साथ FTA या द्विपक्षीय ट्रेड डील करता है, तो उसमें सामाजिक सुरक्षा के नियम भी जोड़े जा रहे हैं। इससे विदेश में काम करने वाले भारतीयों को सुरक्षा का पूरा लाभ मिल सकेगा। सरकार के इस फैसले से जो लोग कंपनियों के काम द्धारा काम के सिलेसिले में बाहर जाते है, तो भारत में पीएफ का पैसा जमा होगा।
भारत मे ही रहेगा पीएफ का पैसा
सरकार के इस कदम सेविदेश में काम करने वाले लाखों भारतीयों को फायदा होगा। आप को बता दें कि सिर्फ ब्रिटेन में ही करीब 60,000 भारतीय आईटी प्रोफेशनल काम करते हैं। इनमें से ज़्यादातर भारतीय कंपनियों द्वारा 3 साल या कम समय के लिए जाते है। ऐसे में डील होने से अब सामाजिक सुरक्षा का पैसा ब्रिटेन सरकार नहीं ले पाएगी, जिससे कर्मचारी का पैसा उन्हीं के पीएफ खाते में जमा होगा। भारत में पैसा कभी भी निकाल सकते हैं।
आप को बता दें कि भारत में ईपीएफओ के तहत कर्मचारी का पीएफ खाता खोला जाता है, जिससे कर्मचारी और कंपनी खुद सरकार के बताए निमय के तहत अशंदान करते है।