भारत में केंद्रीय कर्मचारियों को विभिन्न वित्तीय लाभ प्रदान किए जाते हैं जिसमें वार्षिक इंक्रिमेंट और दीवाली बोनस शामिल हैं। वही पेंशन भोगियों के ये लाभ उपलब्ध नहीं थे ,हालांकि हाल की नीतियों में उनके लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव और अनुकूल किए गए हैं जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करेगी।
बैंकों की ओर से किसी प्रकार की देरी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
सबसे पहले भारत सरकार के अधीनस्थ विभाग DOPPW ने यह आदेश जारी किया है की की पेंशनभोगियो को हर महीने की 25 तारीख को पेंशन का भुगतान किया जाना चाहिए। यह नीति पेंशन भोगियो को समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुनिश्चित करेगा कि बैंकों की ओर से किसी प्रकार की देरी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सहायक केवल स्लीपर क्लास में ही यात्रा कर सकते थे
दूसरा रेलवे कर्मचारियों जिनकी जिनकी उम्र 70 वर्ष या उससे अधिक है, को अब AC कोच यात्रा के दौरान एक सहायक को साथ ले जाने की अनुमति होगी। ये सहायक केवल स्लीपर क्लास में ही यात्रा कर सकते थे। यह बदलाव पेंशन भोगियो को अधिक सुविधाओं सम्मान प्रदान करेगा।
तीसरा पेंशन भोगियो को एक और बड़ी राहत मिली जब केंद्र ने महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान किया इस वृद्धि से पेंशन भोगियों की मासिक आय में सुधार होगा जिससे उन्हें बढ़ती महंगाई का मुकाबला करने मदद मिलेगी।
चौथा भारत पेंशन भोगी समाज की मांग विचार करते केंद्र सरकार ने उन्हें बोनस का हक दिया है यानी उन्होंने सम्मान और आर्थिक सहायता प्रदान करता है जियह निर्णय उन्हें सम्मान और आर्थिक सहायता प्रदान करता है, जिससे वे भी कर्मचारियों के समान लाभों का आनंद ले सकें।