नए साल में केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आने वाली है। कर्मचारियों की सैलरी पर इजाफा होने वाला है। कर्मचारियों की महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की पुष्टि लगभग हो गई है। इसी कर्मचारियों की सैलरी में 1686 रुपए प्रति महीने की बढ़ोतरी होगी। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते के लिए सबसे अहम नवंबर के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े भी आ गए हैं। नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक ,कर्मचारियों के DA में बढ़ोतरी की पुष्टि हो गई है। नवंबर 2024 के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े 144.5 अंकों पर स्थिर रहे । अक्टूबर में भी यह 144.5 अंक पर ही था। वहीं महंगाई भत्ते के अंक में करीब 0.50 तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
56 फीसदी होगा महंगाई भत्ता
नए साल की शुरुआत में कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आ रही है। नवंबर 2024 का अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक कर्मचारियों के लिएखुशखबरी लेकर आया है। यह अक्टूबर की तरह स्थिर बना हुआ है।अब यह लघभग तय हो गया है कि महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो गयी और बढ़ोतरी 56% तक पहुंच जाएगी। अक्टूबर 2024 तक महंगाई भत्ते का स्कोर 55.05 फीसदी था। नवंबर में इसमें करीब.49 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह आंकड़ा बढ़कर 55 पॉइंट 54 फ़ीसदी हो गया। वहीं दिसंबर के आंकड़े का इंतजार है जो की 31 जनवरी 2025 को जारी हो सकता है। इसके बाद महंगाई भत्ते में फाइनल बढ़ोतरी का पता चलेगा लेकिन अभी तक के अनुमान में 3 फीसदी तक बढ़ोतरी लगभग फाइनल है। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में ढ़ोतरी से न सिर्फ कर्मचारियों को बल्कि पेंशनर्स को भी फायदा होगा। दिसंबर के आंकड़े में जारी होने के बाद इसे पूरी तरह से अंतिम मुहूर्त लग जाएगी। दिसंबर के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़ों का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
महंगाई भत्ता 56 फीसदी तक पक्का हो गया
नवंबर के आंकड़ों के साथ महंगाई भत्ता 56 फीसदी तक पक्का हो गया। इसके पीछे एक वजह है। महंगाई भत्ते की गणना 6 महीने की औसत अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाती है। नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक ,महंगाई भत्ता 55.4 फ़ीसदी पर पहुंच गया हैं अभी 56 फीसद ही माना जाएगा क्योंकि अगर .50 से कम होते तो 55 फीसदी माने जाते और अगर 0.50 ज्यादा हो तो 56 फीसदी माने जाते हैं। 0.50 से कम होने पर छोटा आंकड़ा लिया जाता है 0.50 होने पर बड़ा आंकड़ा लिया जाता है।
कर्मचारियों का न्यूनतम मूल्य मूल वेतन 18000 रुपए है
सातवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का न्यूनतम मूल्य मूल वेतन 18000 रुपए है। फिलहाल उसे 53 फीसदी का लाभ मिल रहा है जो 9540 होता है जबकि 56 फीसदी मिलने पर यह10,080 पर पहुंच जाएगा यानी तीनफीसदी DA बढ़ने से न्यूनतम मूल वेतन में 540 रुपए की बढ़ोतरी होगी । वहीं अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन 56000 है तो 53 फ़ीसदी महंगाई भत्ते बढ़ने के साथ यह 29,733 पर पहुंच जाता है जबकि 56 फ़ीसदी महंगाई भत्ते के साथ 31416 पर पहुंच जाएगा यानी सीधे तौर पर 1683 रुपए की हर महीने की बढ़ोतरी होगी।महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी से कर्मचारियों के लिए महंगाई के दौर में गुजारा करना आसान हो जाएगा। इससे कर्मचारियों को काफी फायदा मिलेगा।
कब लागू होगा डीए?
केंद्र सरकार साल में दो बार कर्मचारियों के डीए (DA Hike 2025) में संशोधन करती है। नया DA 1 जनवरी 2025 से लागू होगा। मार्च में इसकी घोषणा की जा सकती है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय इसे अधिसूचित करता है। आमतौर पर होली और दिवाली के आसपास इसकी घोषणा की जाती है। पिछली बार DA की घोषणा अक्टूबर 2024 में की गई थी।