सरकार की और से किसानों के लिए कई प्रकार की लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इसमें महिला किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में में महिलाओं को लखपति बनाने की योजना की तहत सरकार की ओर से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सरकार से उनके खर्चे पर 15000 ड्रोन देगी।इसके लिए सरकार की ओर से 1261 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। योजना के तहत वित्त वर्ष 2024-25 में 2025 -26 के दौरान महिलाएं स्वयं सहायता समूह को 15000 ड्रोन दिए जाएंगे।
इस ड्रोन की सहायता से खेतों में उर्वरक को कीटनाशक को छिड़काव करना आसान होगा
इस ड्रोन की सहायता से खेतों में उर्वरक को कीटनाशक को छिड़काव करना आसान होगा। ड्रोन की सफल संचालन के लिए महिलाओं को मान्यता प्राप्त आरटीओ से करीब 15 दिन की ट्रेनिंग दी जा रही है। ड्रोन पायलट को ₹15000 से है पायलट को करीब 10000 रुपए का मानदेय दिया जाएगा। ‘नमो ड्रोन लखपति दीदी’ योजना का लक्ष्य 15000 महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिला किसानों को ड्रोन प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। ड्रोन की सहायता से महिलाएं अपने क्षेत्र के किसानों को किराए पर सेवाएं प्रदान कर सकेगी इससे नई इनकम होगी और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी।
ट्रेन सहायता में खेत में खत में कीटनाशक का छिड़काव करना आसान हो जाएगा। यह योजना ग्रामीण महिला को पायलट मैकेनिक और स्पेयर पार्ट डीलर के रूप में अवसर प्रदान करेगी। इस ड्रोन योजना का उद्देश्य 2024 -25 से 2025 -26 तक किसानों को खेती के लिए किराए की सेवाएं प्रदान करने के लिए 15,000 चयनित महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को ड्रोन प्रदान करना है।
इसे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्थाई व्यवसाय और आजीविका में सहायता मिलेगी। इससे महिलाएं प्रतिवर्ष कम से कम ₹100000 की अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकेगी।
ड्रोन पायलट को 15000 पायलट को ₹10000 का मानदेय दिया जाएगा
नमो ड्रोन लखपति दीदी योजना नाम से केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह को ड्रोन उपलब्ध कराने के अलावा ड्रोन पायलट वैसे पायलट के लिए चयनित महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए महिलाओं को निशुल्क 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे वह बिना किसी परेशानी के ड्रोन का सफल संचालन कर सके। इतना ही नहीं ड्रोन पायलट को 15000 पायलट को ₹10000 का मानदेय दिया जाएगा। ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन का काम रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेश केन्द्रो द्वारा किया जा रहा है। यह केंद्र नागर विमानन महानिदेशालय से मान्यता प्राप्त संस्थान है।
नमो ड्रोन लखपति दीदी योजना स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए अतिरिक्त कमाई का जरिया बन रहा है
नमो ड्रोन लखपति दीदी योजना स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए अतिरिक्त कमाई का जरिया बन रहा है। इस योजना से 10 करोड़ ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण और आत्म निर्भरता के साथ ग्रामीण सामाजिक -आर्थिक परिदृश्य बदल रहा है। लखपति दीदी योजना को लेकर प्रधानमंत्री का मानना है कि एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी है। जबकि इस साल के बजटके तहत इनकी संख्या 3 करोड़ तक बढ़ाने पर काम चल रहा है। नमो ड्रोन दीदी योजना की तहत कंपनियां महिलाएं एसएचजी को ड्रोन देंगी। इस ड्रोन का इस्तेमाल खेती के काम में विशेष रूप से खाद व कीटनाशक के छिड़काव के लिए किया जाएगा।
सरकार की और से एग्री ड्रोन पर 40 से 100% तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया किया जा रहा है। इसके तहत कृषि प्रशिक्षण संस्थान एवं कृषि विश्वविद्यालय को ड्रोन खरीदने के लिए 100 प्रतिशत तक या 10 लाख रुपए तक सब्सिडी दी जाती है।