किसानों के लिए खुशखबर सामने आयी है जो किसान इस खरीफ के सीजन खेती के लिए बैंक से लोन चाहते हैं। उनके लिए इस आवेदन की तिथि बढ़ा दी गयी है। किसान 30 अप्रैल 2016 सरकारी समितियां के माध्यम से खरीफ सीजन की खेती के लिए ऋण ले सकते हैं। पहले 28 मार्च 2024 की गई थी। ऐसे में किसानों को एक महीना और दिया गया है ताकिअधिक से अधिक किसान खरीफ फसल के लिए अल्पकालीन ऋण प्राप्त कर सके।
इस योजना के तहत कम ब्याज दर पर खेती के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं
इसके लिए राज्य सहकारी विभाग मंत्रालय द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। किसानों को सहकारी समिति के माध्यम से खरीद व रबी सीजन के लिए अल्पकालिक फसल ऋण उपलब्ध उपलब्ध कराया जाता है ताकि किसान खेती के लिए बीच कीटनाशक आदि आदानों की खरीद कर सके। इससे किसानों को बहुत अधिक सहायता मिलती है। यह विभिन्न विशेष कर छोटी आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को दिया जाता है। खास बात यह है कि ऋण बहुत ही कम ब्याज दर पर किसानों को दिया जाता है। ऐसे में किसान इस योजना के तहत कम ब्याज दर पर खेती के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
बैंक की फसल ऋण के लिए वास्तविक ब्याज दर 9% होती है
राज्य शासन की ओर से 2012-13 में जारी निर्णय के अनुसार ₹300000 तक की फसल ऋण को समय पर अदा करने वाले किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज दर पर सहकारी समितियां के माध्यम उपलब्ध कराया जाता है। प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियां द्वारा 0 प्रतिशत फसल ऋण पर ब्याज सहायता प्रदान की जाती है। राज्य शासन की ओर से योजना के तहत किसानों को डेढ़ प्रतिशत सामान्य ब्याज अनुदान तथा खरीफ व रबी सीजन के निर्धारित ड्यू डेट तक तक ऋण की अदायगी करने वाले किसानों को चार प्रतिशत प्रोत्साहन स्वरूप अतिरिक्त ब्याज अनुदान दिया जाता है। इस तरह किसानों को बहुत ही कम ब्याज पर ऋण मिल जाता है। बता दे की बैंक की फसल ऋण के लिए वास्तविक ब्याज दर 9% होती है। इसमें से सहकारी समितियां को 2% छूट केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है। ऐसे में किसानों को 7 प्रतिशत फसल उपलब्ध कराया जाता है। यदि किसान निर्धारित समय से पहले ऋण अदायगी कर देता है तो उसे शासन द्वारा 4% की छूट दी जाती है। इस तरह किसानों को मात्र 3 % फसल पर ऋण उपलब्ध हो जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड है वह खरीफ फसल के लिए अल्पकालीन ऋण ले सकते हैं
जिन किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड है वह खरीफ फसल के लिए अल्पकालीन ऋण ले सकते हैं। अभी इस समय मध्य प्रदेश में अल्पकालीन फसल ऋण की तिथि में बदलाव किया गया है। ऐसे में अभी इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश के किसान 31 अप्रैल 2024 तक ले सकते हैं। यदि आप मध्य प्रदेश के किसान हैं और आपके पास किसान क्रेडिट कार्ड है तो आप राज्य के किसी भी सरकारी बैंक जिसमें आपका बैंक खाता है उसमें फसल ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आप पहले आपको बैंक जाना होगा। वहां से खरीफ फसल के लिए आवेदन फार्म प्राप्त करना होगा इस फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी आपको ठीक से भरनी होगी। सभी जानकारी भरने के लिए मांगे गए आवश्यक दस्तावेज जिसके साथ अटैच करने होंगे। अब आपको यह पूर्ण रूप से भरा हुआ फॉर्म वापस वहीं पर जमा करना होगा जहां से अपने फार्म लिया है। अगर सब कुछ ठीक रहा था आपके खाते में बैंक की ऋण की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
केसीसी के माध्यम से सरकार की शून्य ब्याज दर खरीफ ऋण योजना का लाभ उठा सकते हैं
इस तरह आप केसीसी के माध्यम से सरकार की शून्य ब्याज दर खरीफ ऋण योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस अल्प कालीन फसल ऋण योजना से संबंधित अधिक जानकारी लेने के लिए किसान अपने निकटतम सहकारी बैंक से संपर्क कर सकते हैं। शून्य ब्याज दर पर योजना से तात्पर्य है कि किसानों को इस योजना के तहत ₹1 लाख ब्याज की दिया जाता है और उससे ऊपर की राशि का ऋण पर किसानों को चार प्रतिशत ब्याज सब्सिडी दी जाती है। यदि किसान सहकारी समिति से ऋण लेता है तो उसे 7% ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है। इसमें किसानों को ₹3 लाख तक का ऋण 4% ब्याज सब्सिडी के साथ दिया जाता है।
इस योजना के तहत बहुत ही कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है
किसानों को ऋण एक साल के अंदर चुकाना होता है। यदि किसान एक साल के अंदर ऋण चुका देता है तो उसे ₹100000 का कोई ब्याज नहीं देना होता और उससे ऊपर शेष बची ₹200000 की राशि पर निर्धारित दर से ब्याज चुकाना होता है। ऐसे में किसान को इस योजना के तहत बहुत ही कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है।