Gold Silver price today :नई GST रेट ने सोना और चांदी के दामों में हुआ बदलाव जाने अपने शहर की नई रेट

Saroj kanwar
8 Min Read

Gold Silver price today: आज के आर्थिक युग में सोना और चांदी केवल आभूषण निर्माण के लिए उपयोग होने वाली धातुएं नहीं हैं बल्कि ये निवेश के महत्वपूर्ण साधन भी बन गई हैं। इन कीमती धातुओं की कीमतों में दैनिक उतार-चढ़ाव अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति आर्थिक नीतियों और भू-राजनीतिक घटनाओं से प्रभावित होता रहता है। भारतीय बाजार में सोना चांदी की कीमतें न केवल स्थानीय मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती हैं बल्कि वैश्विक बाजार के रुझान भी इन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। आज के दिन की कीमतों को देखें तो सोने में कुछ गिरावट देखने को मिली है जबकि चांदी की स्थिति अपेक्षाकृत स्थिर बनी हुई है।

मुंबई बाजार में सोने की वर्तमान स्थिति

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार मुंबई बाजार में आज सोने की कीमतों में मिश्रित प्रवृत्ति देखने को मिली है। चौबीस कैरेट शुद्ध सोने की कीमत एक लाख नौ हजार सात सौ पच्चीस रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। इसके साथ ही तेईस कैरेट सोने की कीमत एक लाख नौ हजार तीन सौ पैंतीस रुपए प्रति दस ग्राम हो गई है जो पिछले दिन की तुलना में थोड़ी सी कमी दर्शाती है। बाईस कैरेट सोना जो भारतीय आभूषण बाजार में सबसे अधिक लोकप्रिय है वह एक लाख पांच सौ चौवन रुपए प्रति दस ग्राम के भाव पर कारोबार कर रहा है। अठारह कैरेट सोने की कीमत बयासी हजार तीन सौ इकतीस रुपए प्रति दस ग्राम रही है जबकि चौदह कैरेट सोना चौंसठ हजार दो सौ अठारह रुपए प्रति दस ग्राम के भाव पर मिल रहा है।

दिल्ली सर्राफा बाजार की अलग तस्वीर

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में कुछ अलग रुझान देखने को मिला है। यहां चौबीस कैरेट सोने की कीमत में आठ सौ रुपए की गिरावट के साथ यह एक लाख चौदह हजार रुपए प्रति दस ग्राम हो गई है। इस गिरावट के पीछे वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों का प्रभाव देखा जा सकता है। स्थानीय सर्राफा बाजार में निन्यानबे दशमलव पांच प्रतिशत शुद्धता वाले सोने में भी सात सौ रुपए की बढ़ोतरी के साथ यह एक लाख तेरह हजार पांच सौ रुपए प्रति दस ग्राम टैक्स सहित हो गया है। यह भिन्नता विभिन्न बाजारों में अलग-अलग कारकों के प्रभाव को दर्शाती है।

चांदी बाजार में स्थिरता के संकेत

चांदी की कीमतों में आज अपेक्षाकृत स्थिरता देखने को मिली है जो इस धातु के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार निन्यानबे दशमलव नौ प्रतिशत शुद्ध चांदी की कीमत एक लाख अट्ठाईस हजार रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बनी हुई है। वहीं अखिल भारतीय सर्राफा संघ के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली बाजार में चांदी की कीमत पांच सौ रुपए की बढ़ोतरी के साथ एक लाख बत्तीस हजार रुपए प्रति किलोग्राम सभी टैक्स सहित हो गई है। चांदी की कीमत में यह वृद्धि औद्योगिक मांग की बढ़ोतरी और निवेशकों की बढ़ती रुचि का परिणाम मानी जा सकती है। चांदी का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स सोलर पैनल और अन्य तकनीकी उत्पादों में बढ़ने से इसकी मांग निरंतर बनी रहती है।

वैश्विक कारकों का प्रभाव और विश्लेषण

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना चांदी की कीमतों पर कई महत्वपूर्ण कारकों का प्रभाव पड़ता रहता है जिनमें अमेरिकी डॉलर की मजबूती प्रमुख है। जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतों में आमतौर पर गिरावट देखी जाती है क्योंकि सोना डॉलर में कारोबार होता है। वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनाव और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं जिससे इसकी मांग बढ़ती है। केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियां ब्याज दरों में परिवर्तन और मुद्रास्फीति की दर भी इन कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक हैं। वर्तमान में वैश्विक अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता के कारण निवेशक सोना चांदी को हेज के रूप में देख रहे हैं।

भारतीय त्योहारी सीजन का प्रभाव

भारतीय बाजार में सोना चांदी की मांग त्योहारी सीजन के दौरान काफी बढ़ जाती है जो कीमतों पर सीधा प्रभाव डालती है। दीवाली धनतेरस अक्षय तृतीया और शादी-विवाह के सीजन में सोने की खरीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जाती है। इस समय स्थानीय ज्वेलर्स और व्यापारी अपने स्टॉक बढ़ाते हैं जिससे मांग में वृद्धि होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी फसल की कटाई के बाद किसान अपनी बचत सोने में निवेश करते हैं जो मांग को और बढ़ाता है। सरकार की आयात नीति सीमा शुल्क में परिवर्तन और जीएसटी की दरें भी स्थानीय कीमतों को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण कारक हैं जिन पर निवेशकों को नजर रखनी चाहिए।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

\सोना चांदी में निवेश करने से पहले निवेशकों को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए जो उनके निवेश को सुरक्षित बना सकती हैं। सबसे पहले बाजार की दैनिक गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक है क्योंकि कीमतों में दिन भर में काफी उतार-चढ़ाव हो सकता है। किसी भी बड़ी खरीदारी से पहले विभिन्न डीलरों और ज्वेलर्स से कीमतों की तुलना करना फायदेमंद होता है। डिजिटल गोल्ड गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए जो भौतिक सोने की तुलना में अधिक सुविधाजनक हो सकते हैं। निवेश के समय हमेशा प्रमाणित डीलरों से ही खरीदारी करनी चाहिए और सभी आवश्यक दस्तावेज संभाल कर रखने चाहिए। लंबी अवधि के निवेश के लिए सोना चांदी एक बेहतर विकल्प मानी जाती है लेकिन अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए धैर्य रखना आवश्यक है।

बाजार की भविष्य की संभावनाएं

आने वाले समय में सोना चांदी की कीमतों की दिशा कई कारकों पर निर्भर करेगी जिनमें वैश्विक आर्थिक स्थिति प्रमुख भूमिका निभाएगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति डॉलर की मजबूती और वैश्विक मुद्रास्फीति की स्थिति इन धातुओं की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक रहेंगे। भारतीय संदर्भ में रुपए की मजबूती आयात शुल्क में परिवर्तन और स्थानीय मांग की स्थिति भी महत्वपूर्ण होगी। तकनीकी विकास और हरित ऊर्जा की बढ़ती मांग से चांदी की औद्योगिक उपयोगिता बढ़ सकती है जो इसकी कीमतों के लिए सकारात्मक संकेत है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की निरंतर निगरानी करें और विविधीकृत पोर्टफोलियो बनाकर जोखिम को कम करने का प्रयास करें।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और इसमें दी गई कीमतें बाजार के उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित हैं। सोना चांदी की कीमतें निरंतर बदलती रहती हैं और विभिन्न शहरों में अलग-अलग हो सकती हैं। किसी भी निवेश निर्णय से पूर्व कृपया स्थानीय डीलर से वर्तमान दरों की पुष्टि करें और वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। बाजार जोखिम के लिए निवेशक स्वयं जिम्मेदार हैं।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *