Gold Rate Today: गुरुवार 3 जुलाई 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में एक बार फिर जोरदार उछाल देखने को मिला है। दूसरे दिन लगातार सोना महंगा हुआ है और साथ ही चांदी की चमक भी बढ़ी है। इस तेजी के बाद अब सोने की कीमत 99,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है। जबकि चांदी भी 1,11,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है। देशभर के प्रमुख शहरों में सोने और चांदी के ताजा रेट क्या हैं और यह कीमतें किस आधार पर तय होती हैं, आइए जानते हैं विस्तार से।
सोने की कीमत में ₹800 तक की तेजी
बाजार विश्लेषण के मुताबिक 3 जुलाई को सोने की कीमत में 800 रुपये तक की उछाल आई है। यह तेजी कल यानी 2 जुलाई को आई वृद्धि के बाद दूसरी लगातार छलांग है। इस तेजी के बाद 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 99,400 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। जबकि 22 कैरेट सोना 91,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है।
सोने के बढ़ने के प्रमुख कारण:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी
- डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट
- सरकार द्वारा आयात शुल्क और टैक्स में बदलाव की अटकलें
- त्योहारी और शादी सीजन की मांग में वृद्धि
बड़ी-बड़ी मंडियों में सोने के दाम
देश के अलग-अलग शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतें कुछ इस प्रकार रही:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 91,200 | 99,480 |
मुंबई | 91,050 | 99,330 |
चेन्नई | 91,050 | 99,330 |
कोलकाता | 91,050 | 99,330 |
लखनऊ | 91,200 | 99,480 |
जयपुर | 91,200 | 99,480 |
पटना | 91,050 | 99,330 |
नोएडा | 91,200 | 99,480 |
गाजियाबाद | 91,200 | 99,480 |
बंगलुरु | 91,050 | 99,330 |
नोट: यह भाव स्थानीय सर्राफा बाजार और इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों पर आधारित हैं।
चांदी की कीमत में भी तेजी, ₹300 की उछाल
चांदी भी आज 300 रुपये महंगी हो गई है। 3 जुलाई को चांदी का रेट 1,11,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। यह कीमत भी अब तक के उच्चतम स्तरों में शामिल मानी जा रही है।
क्यों बढ़ी चांदी की मांग?
- उद्योगों में मांग बढ़ना (खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक्स व मेडिकल इंडस्ट्री में)
- सर्राफा बाजार में चांदी के सिक्कों व आभूषणों की खरीद में इजाफा
- ग्लोबल मार्केट में चांदी की उपलब्धता घटने के संकेत
भारत में सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में सोने की कीमत रोजाना बदलती है और इसके पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण होते हैं। प्रमुख कारणों में शामिल हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति
भारत में सोने की कीमत पर सबसे बड़ा असर कॉमेक्स और लंदन बुलियन मार्केट में सोने की चाल का पड़ता है। अगर वहां तेजी है, तो भारत में भी दाम बढ़ते हैं।
- डॉलर और रुपये का संबंध
डॉलर के मुकाबले अगर रुपया कमजोर होता है, तो आयात महंगा हो जाता है। जिससे सोने के दाम बढ़ते हैं।
- आयात शुल्क और टैक्स
सरकार द्वारा सोने पर लगने वाले कस्टम ड्यूटी और जीएसटी में बदलाव भी कीमतों को प्रभावित करता है।
- घरेलू मांग और त्योहार
भारत में त्योहारी सीजन या शादी के समय सोने की मांग काफी बढ़ जाती है। जिससे दाम चढ़ जाते हैं।भूराजनीतिक स्थिति और महंगाई दर
जब महंगाई दर बढ़ती है या वैश्विक संकट होता है, तो निवेशक सोने को सुरक्षित संपत्ति मानकर खरीदारी करते हैं
क्या सोने की कीमतें और बढ़ेंगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डॉलर में कमजोरी जारी रही और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चितता बनी रही, तो सोने की कीमतों में और तेजी देखी जा सकती है। वहीं चांदी की कीमतों में भी स्थिरता के बाद फिर उछाल आने की संभावना जताई जा रही है।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
- Sovereign Gold Bond या Digital Gold में निवेश करना इस समय एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
- जिनके पास पहले से सोने की होल्डिंग है, वे अभी बेचने से बचें।
- नई खरीदारी करने वालों को थोड़ा रुककर कीमतें स्थिर होने का इंतजार करना चाहिए।